भोपाल : मध्यप्रदेश में विधानसभा के बजट सत्र के सातवां दिन की कार्यवाही शुरू होने के बाद से कांग्रेस ने सदन में बहु चर्चित परिवहन घोटाले और सौरभ शर्मा केस को लेकर आवाज उठाई। ध्यानाकर्षण के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने चेक पोस्ट पर अवैध वसूली के मुद्दे को लेकर कहा कि मध्य प्रदेश में अवैध वसूली का धंधा जारी है। सौरभ शर्मा के पास जो डायरी मिली है उसमें करोड़ो के लेनदेन का हिसाब है।
सरकार ने चार पेज का जवाब प्रस्तुत किया
परिवहन घोटाले को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आगे कहा कि सरकार के द्वारा चार पेज का जवाब प्रस्तुत किया गया। उसे देखकर लगा रहे है कि इज ऑफ डूइंग की बात की गई है। सिंघार ने आगे कहा कि परिवहन आयुक्त डीपी गुप्ता को हटाया गया लेकिन उनके पहले के परिवहन आयुक्त इस मामले में दोषी नहीं थे। इस समय के acs जो ट्रांसपोर्ट देखते थे कि उनकी जवाबदारी मामले में तय की गई है।
सौरभ शर्मा का नार्को टेस्ट क्यों नहीं कराया गया
सौरभ शर्मा के यहां जब छापा पड़ा था, तब तीन गाड़ियां थी लेकिन केवल एक गाड़ी के बारे में बताया गया। किसकी गाड़ी थी ? फार्म हाउस किसका था ? गाड़ी से मिली नगदी और सोना किसका था यह किसी को पता नहीं। सौरभ शर्मा की डायरी में दशरथ पटेल की हैंडराइटिंग है क्या उसकी जांच कराई गई। वर्तमान परिवहन मंत्री को छोड़कर इससे पहले के परिवहन मंत्रियों की भूमिका की जांच क्यों नहीं कराई गई। सौरभ शर्मा का नार्को टेस्ट क्यों नहीं कराया गया। इस मामले में सच्चाई सामने आनी चाहिए। उमंग सिंघार ने इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।
सौरभ शर्मा मामले में कई एजेंसी जांच कर रही
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के सवालों का जवाब देते हुए परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि लोकायुक्त के द्वारा पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के घर की जांच की गई। जिसमे नगदी और अहम कागजात मिले। जिसके बाद शरद, चेतन, दिव्व्या को भी सौरभ के साथ आरोपी बनाया गया। सौरभ शर्मा मामले की कई एजेंसी द्वारा जांच की जा रही है। इसलिय जानकारी अप्राप्त है। सौरभ शर्मा के शपथ पत्र को लेकर पहले किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं आई थी लेकिन बाद में जब आपत्ति उठाई गई तो जांच कराई गई।
चेक पोस्टों पर वसूली पर पहले ही रोक लगा दी गई थी
परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने आगे कहा कि मामले में सौरभ शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह कहना गलत है कि पिछले 20 साल से परिवहन विभाग में अवैध वसूली हो रही थी। पहले ही चेक पोस्टों पर वसूली को लेकर रोक लगा दी गई थी। महाराष्ट्र की सीमा से लगे हुए तो नाको को भी बंद किया गया है। यह कहना गलत है कि चेक पोस्टों पर अवैध वसूली की जा रही है। इसके साथ ही परिवहन मंत्री ने सदन में कहा कि सौरभ शर्मा के घर जब छापा पड़ा तो किसी भी तरह की कोई डायरी जप्त नहीं हुई। सरकार हर तरह से इन जांच एजेंसी को सहयोग कर रहे हैं।