तिरुपति : तिरुपति मंदिर के लड्डू में मिलावट के मामले में सीबीआई ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक पोमिल जैन और बिपिन जैन, वैष्णवी डेयरी के CEO अपूर्व विनय कांत चौधरी, और एआर डेयरी के MD राजू राजशेखरन शामिल हैं। यह गिरफ्तारी मंदिर में प्रयुक्त घी में मिलावट के मामले में की गई, जिसे भोले बाबा डेयरी द्वारा सप्लाई किया गया था। जांच में यह पाया गया कि इस घी में पशु चर्बी और मछली के तेल की मिलावट की गई थी।
फेक डॉक्यूमेंट से घी सप्लाई का टेंडर लिया:
CBI की जांच में यह सामने आया कि घी की सप्लाई में अनियमितताएं की गई थीं। वैष्णवी डेयरी के अधिकारियों ने एआर डेयरी के नाम पर टेंडर हासिल किया था, और घी की सप्लाई के लिए फर्जी दस्तावेज भी तैयार किए गए थे। भोले बाबा डेयरी के नाम से घी की सप्लाई की गई, हालांकि यह डेयरी इतनी बड़ी मात्रा में घी सप्लाई करने में सक्षम नहीं थी। CBI ने यह भी पाया कि इस घोटाले में करोड़ों रुपये की हेरफेर की गई थी।
ऐसे हुआ घी में मिलावट का खुलासा :
मंदिर प्रशासन, तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD), हर दिन लड्डू बनाने के लिए 15,000 लीटर घी का इस्तेमाल करता है। इस घोटाले में एआर फूड्स नामक कंपनी ने 320 रुपये प्रति किलो की दर से घी सप्लाई का ठेका लिया था। जब घी के 8 टैंकर मंदिर पहुंचे, तो उनमें से 4 टैंकरों को लैब टेस्टिंग के लिए भेजा गया। 8 जुलाई 2024 को यह टेस्टिंग की गई, और 17 जुलाई को आई रिपोर्ट में घी में मिलावट की पुष्टि हुई। इसके बाद जांच की गति तेज कर दी गई।
मंदिर के लड्डू में हुई थी मिलावट:
पिछले साल आंध्र प्रदेश की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) सरकार ने दावा किया था कि तिरुपति मंदिर में श्रद्धालुओं को दिए जाने वाले पवित्र लड्डू में मिलावट की गई थी, जिसमें कथित तौर पर पशु चर्बी मिली हुई थी। इस मामले की जांच के लिए CBI, आंध्र प्रदेश सरकार और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की एक पांच सदस्यीय टीम बनाई गई थी।