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मेंटेनेंस या मेनजमेंट की चूक? डोंगरगढ़ हादसे की जांच में सामने आए ये तथ्य...बीजेपी नेताओं से भरी ट्राली पलटने के लिए ये हैं जिम्मेदार 

मेंटेनेंस या मेनजमेंट की चूक? डोंगरगढ़ हादसे की जांच में सामने आए ये तथ्य...बीजेपी नेताओं से भरी ट्राली पलटने के लिए ये हैं जिम्मेदार 

राजा शर्मा//डोंगरगढ़ :- राजनांदगांव जिले के धर्मनगरी डोंगरगढ़ में मां बमलेश्वरी मंदिर द्वारा संचालित रोपवे में शुक्रवार दोपहर बड़ा हादसा हुआ। घटना उस वक्त हुई जब वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा भाजपा नेताओं के साथ दर्शन कर लौट रहे थे। दोपहर करीब 1:30 बजे, जब ट्रॉली नीचे रोपवे स्टेशन पर पहुंची, तभी वह खड़े होने के स्थान से आगे बढ़कर डिरेल हो गई और ट्राली पलट गई।

1 बजे सभी कर्मचारी गए थे खाना खाने : 

 गौरतलब है कि रोपवे का संचालन दोपहर 1 बजे बंद कर दिया जाता है और इसे पुनः 3 बजे शुरू किया जाता है। लेकिन नेता दर्शन पर थे, इसलिए वी आई पी ट्रॉली का संचालन विशेष रूप से जारी रखा गया था। जबकि 01बजे से 03 बजे तक भोजन अवकाश होता है। स्टाफ भोजन कर रहे थे। पूरा स्टाफ नही था। अध्यक्ष के कहने पर रोप वे चालू किया गया था। जिसकी पुष्टि हम नहीं करते हैं। हादसे के समय ट्रॉली में वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भरत वर्मा, बमलेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, भिलाई नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष दया सिंह, पैकरा के सहयोगी बलराम सिंह व सिद्धार्थ सिंह मौजूद थे।

ट्राली का चबूतरा अनाधिकृत तरीके से बनाया गया:

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्राली वापसी की जगह मे मन्दिर ट्रस्ट अध्यक्ष के द्वारा चबूतरा अनाधिकृत तरीके से बनाया गया है।  जो रोप वे डिजाइन मे नही है  । ट्रॉली उसी से टकराने के बाद नीचे पलट कर गिरी है। लोवर स्टेशन की घटना है चबूतरा निर्माण के लिए तकनीकी अधिकारी से अनुमति नही ली गई थी। ट्रॉली के रुकने की तय जगह को पार कर आगे बढ़ाया गया और जब वह चढ़ाई वाले स्थान पर खड़ी हो रही थी, तभी चबूतरे से ट्रॉली टकराने से पलट गई । 

भरत वर्मा को गंभीर चोट, रायपुर रेफर किया गया:

सारी घटना क्रम में सबसे गंभीर रूप से घायल भरत वर्मा को एक हाथ में फ्रैक्चर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट की आशंका जताई जा रही है। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद पहले संजीवनी हॉस्पिटल राजनांदगांव और फिर रायपुर रेफर किया गया। अन्य लोगों को भी हल्की चोटें आई है। रामसेवक पैकरा की कलाई में हल्की चोट, दया सिंह की कोहनी में खरोंचें, और सिद्धार्थ सिंह के सीधे हाथ में संभावित फ्रैक्चर की आशंका है। बलराम सिंह हादसे में सुरक्षित रहे। हादसे के समय ट्रॉली में कुल 6 लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक विनोद खांडेकर अन्य नेताओं के साथ पीछे आ रही ट्रॉली में थे।

मनोज अग्रवाल के बजाय मेंटेनेंस कम्पनी पर FIR : 

पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग एवं समस्त प्रशासनिक दल घटना स्थल में पहुंच कर जांच शुरू कर दी है, साथ ही पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने स्थानीय थाने में मेंटेनेंस करने वाली कम्पनी के ऊपर एफ आई आर भी दर्ज करा चुके हैं। रोपवे संचालन में लापरवाही को लेकर सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि प्रथम दृष्टया एफ आई आर तो मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल के ऊपर होना चाहिए चुकीं भोजन अवकाश के पूरे कर्मचारियों के अभाव में रोप वे को चालू नहीं करना था। लेकिन यहां भी पुलिस प्रशासन उन्हें बचाने में लगी हुई है।

मेंटनेंस के लिए 40 कर्मचारी:

इस पूरे मामले में प्रेस कांफ्रेस करते हुए माँ बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने अपना पक्ष रखते हुए बताया की रोप वे का संचालन तो मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति करती हैं लेकिन रोप वे से सम्बंधित मेंटेनेंस दामोदर इंफ्रा कम्पनी के द्वारा किया जाता है। दामोदर इंफ्रा कम्पनी ने मेंटनेंस के लिए 40 की संख्या में अपने कर्मचारी रखें हुए हैं। मशीनरी चीजों में कब कोई परेशानी आ जाए इसे कोई नहीं जानता। मनोज अग्रवाल ने मीडिया के माध्यम से श्रद्धालुओं से ये भी अपील किया है की रोप वे संचालन पूर्णतः सुरक्षित हैं। किसी भी श्रद्धालुओं को शंका की आवश्यकता नहीं है। एक ओर मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने आरोप रोप वे संचालित करने वाली कंपनी दामोदर इंफ्रा के ऊपर मढ़ते नज़र आए । सारा सिस्टम टेक्निकल है और इसकी जिम्मेदारी भी इसका संचालन करने वाली एजेंसी दामोदर इंफ्रा की है। 

दामोदर इंफ्रा कंपनी द्वारा किया जा रहा जान से खिलवाड़:

अब दामोदर इंफ्रा के साइड इंचार्ज धर्मेंद्र ठाकुर ने भी अपनी गलतियों पर पर्दा ढकते हुए लो वोल्टेज हाई वोल्टेज का बहाना बनाकर पूरा आरोप बिजली विभाग पर लगा दिया। लेकिन इसमें चौकने वाली बात ये रही की आज से पहले कभी भी बिजली विभाग को इस समस्या की शिकायत तक पत्राचार माध्यम से दामोदर इंफ्रा कम्पनी ने विद्युत विभाग को नहीं किया है। इससे यह प्रतीत होता है कि मेंटनेस करने वाली कंपनी दामोदर इंफ्रा हर दिन कई घंटों का जो  मेंटनेस करती है वो केवल खानापूर्ति है और दामोदर इंफ्रा कंपनी दर्शनार्थियों की जान से खिलवाड़ के साथ साथ ट्रस्ट समिति को भी चूना लगा रही है|

इसके पूर्व भी रोपवे में कई हादसे हुए हैं और दो जाने भी गई हैं लेकिन इसके बावजूद भी अब तक कोई पुख्ता सुरक्षात्मक उपाय यहाँ नहीं हो पाया है पिछले हादसों की भी अब तक जाँच नहीं हो पाई है ऐसे में अब इस बड़े हादसे पर कब तक जाँच होगी और दोषियों पर कब तक कार्रवाई होगी ये समय बताएगा। 


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