रविवार रात एक अमेरिकी सैन्य विमान 112 भारतीयों को लेकर अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा। यह उड़ान डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा अवैध प्रवासियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के तहत निर्वासित किए गए लोगों को वापस लाने वाली तीसरी फ्लाइट है। सूत्रों के अनुसार, सी-17 विमान रात 10 बजकर 3 मिनट पर उतरा। अमृतसर की डीसी साक्षी साहनी ने बताया कि इन 112 निर्वासितों में 44 हरियाणा, 33 गुजरात, 31 पंजाब, 2 उत्तर प्रदेश, और एक-एक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से हैं।
जत्थे में 19 महिलाएं शामिल:
डीसी ने बताया कि निर्वासितों के इस नए जत्थे में 19 महिलाएं, 2 शिशु और 14 नाबालिग शामिल हैं। विमान के अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने के दौरान कुछ लोगों के परिवार के सदस्य भी वहां मौजूद थे। यह तीसरा जत्था महज एक अन्य अमेरिकी सैन्य विमान के 24 घंटे के भीतर अमृतसर पहुंचा है। सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, जैसे आव्रजन, सत्यापन और पृष्ठभूमि जांच, निर्वासितों को उनके घर जाने की अनुमति दी जाएगी। उनके गंतव्य तक पहुंचने के लिए उचित व्यवस्था भी की गई है।
अपने लोगों को लेने हरियाणा ने भेजी 2 बस
उन्होंने बताया कि पंजाब के निर्वासितों को राज्य सरकार द्वारा व्यवस्थित वाहनों में उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा, जबकि हरियाणा सरकार ने भी उन्हें उनके मूल स्थानों तक पहुंचाने के लिए दो बसें भेजी हैं। बता दें कि 5 फरवरी को 104 अवैध भारतीय प्रवासियों के पहले जत्थे को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर में उतरा था, जिसमें हरियाणा और गुजरात से 33-33 लोग और पंजाब से 30 लोग शामिल थे।
दूसरे जत्थे में आए थे 116 लोग:
शनिवार शाम को दूसरा विमान अमेरिका से 116 निर्वासितों को लेकर अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचा था। कुछ निर्वासितों के परिवार के सदस्य भी हवाई अड्डे पर मौजूद थे। आव्रजन, सत्यापन और पृष्ठभूमि जांच जैसी सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, निर्वासितों को उनके घर जाने की अनुमति दी जाएगी। उनके गंतव्य तक पहुंचने के लिए परिवहन की व्यवस्था की गई है।