होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

तालाब लीज का मामला गरमाया, ग्रामीण ने कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पर लगाए गंभीर आरोप, डीएम से कार्रवाई की मांग

तालाब लीज का मामला गरमाया, ग्रामीण ने कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पर लगाए गंभीर आरोप, डीएम से कार्रवाई की मांग

रिपोर्टर - जगन्नाथ साहू, बालोद। जिले के गुरूर ब्लॉक स्थित ग्राम पंचायत कंवर में तालाब को लीज पर देने के नाम पर एक ग्रामीण व्यक्ति को गुमराह किया गया जिन्होंने ग्राम पंचायत सरपंच दिव्या पटेल, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष व एक ग्रामीण व्यक्ति पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्यवाही की मांग कलेक्टर से की है।

ग्राम पंचायत कंवर द्वारा तालाबों को लीज पर देने के लिए किसी भी तरह से मुनियादी या कोई सूचना पंचायत के द्वारा जारी नहीं किया गया और पंचायत द्वारा अपने चहेतो को लाभ पहुंचाने की दृष्टिकोण से तालाबों का गुप्त तरीके से बिक्री करने का मामला सामने आया है। जबकि प्रशासनिक नियमों की माने तो तालाबों की बिक्री के पहले मुनियादी या पंचायत द्वारा सूचना जारी किया जाना था लेकिन प्रशासनिक नियमों को ताक में रख जनप्रतिनिधियों द्वारा मनमानी करते हुए करीबी लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए उन्हें गुप्त तरीके से तालाबों को लीज पर दिया जा चूका है।
 
जबकि मत्स्य पालन के लिए तालाबों को लीज पर देने के लिए पंचायत व जनपद स्तर पर सूचना जारी किया जाता है जिससे मत्स्य पालन करने वाले समूह या व्यक्तियों को इसकी जानकारी मिल सके।  प्रशासनिक नियमों के तहत मत्स्य पालन के लिए तालाबों की खरीदी बिक्री कर सके लेकिन इस बीच मत्स्य पालन से जुड़नें वाले एक व्यक्ति लखन लाल ढीमर के साथ में धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। जिन्होंने ग्राम पंचायत सरपंच व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष तामेश्वर साहू तथा ग्रामीण व्यक्ति तुलसी ढीमर पर तालाब को लीज पर देने के नाम पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है और उन पर कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
 
लखन लाल ढीमर ने बताया की मत्स्य पालन करने के लिए तालाब को लीज पर लेने के लिए कई महीनों से इंतजार कर रहा हूँ लेकिन जनप्रतिनिधियों के द्वारा लगातार मुझे गुमराह किया जा रहा है जिसके कारण अब तक लीज पर मुझे तालाब नहीं मिल पाया है जबकि अन्य फर्जी समूहों व चहेतो को लाभ पहुंचने की दृष्टि कौन से उन्हें तालाबों को गुप्त तरीके से लीज पर दिया जा चुका है जिसके कारण हम जैसे गरीब लोग मत्स्य पालन से वंचित नजर आ रहे हैं।


संबंधित समाचार