रायपुर: छत्तीसगढ़ की स्वच्छता दीदी की तरफ से राजधानी रायपुर के धरना स्थल तूता में बीते 10 दिनों से धरना दिया जा रहा है। उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ स्वच्छता दीदी/ महिला पुरुष महासंघ साल 2017 से भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छता भारत मिशन डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम कर रही हैं ।
अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का लिया फैसला :
ये सभी दीदियां साल के 365 दिन काम करती है साथ ही पूरे भारत में लॉकडाउन और कोरोना के समय भी सभी कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए घर-घर जाकर कचरा कलेक्शन का काम किया है। और आज इनका मानदेय राशि 7200 है। जिससे परिवार चलाना भी मुश्किल होता है। सभी स्वच्छता कर्मचारी इससे पहले भी हड़ताल में बैठ चुके हैं लेकिन आज तक शासन की तरफ से कोई पहल नहीं की गई। जिससे इन सभी कर्मचारियों ने अब अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का फैसला ले लिया है।
ये हैं चार सूत्रीय मांगे :
अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर यह सभी स्वच्छता दीदी/ महिला पुरुष हड़ताल पर बैठ चुके हैं। उनकी मांगे हैं कि कलेक्टर दर से मानदेय राशि दी जाए, पीएफ की राशि कटनी चाहिए, रविवार को इन्हें अवकाश मिलना चाहिए, गाड़ी रिक्शा शासन द्वारा मरम्मत व दास्तान और सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। स्वच्छता दीदियों का कहना है कि अगर उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया तो यह सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएंगी।