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आस्था पर अंधविश्वास पड़ी भारी, भक्त ने देवता के सामने गला काटकर दे दी अपनी बलि

आस्था पर अंधविश्वास पड़ी भारी, भक्त ने देवता के सामने गला काटकर दे दी अपनी बलि

धरसींवा। छत्तीसगढ़ के धरसींवा थाना क्षेत्र के निनवा गांव से दिल दहला देने वाली बात सामने आयी है। दरअसल यहाँ एक श्रद्धालु ने देवता के सामने खुश करने के लिए अपना गला काटकर अपनी ही बलि दे दी। इस घटना की जानकारी होने के बाद हर कोई स्तब्ध रह गया। 

जानकारी अनुसार धरसींवा के निनवा गांव में 55 वर्षीय भुनेश्वर यादव ने अपने घर के अंदर देवता के सामने उसे प्रसन्न करने के लिए कैंची से अपनी गर्दन काटकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद गले की नस कटने से वह खून से लतपथ हो गया। इस खबर की सूचना पुलिस को मिलने के बाद पुलिस ने मार्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया है।  

लेकिन इस घटना से बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या आस्था अंधविश्वास पर भारी पड़ रहा है। भक्ति के बाद अंधभक्ति और अंधश्रद्धा तक की दहलीज लांघने के लिए लोग आज जरा भी नहीं सोचते हैं। ईश्वर या भगवान आपकी जान नहीं मांगता यह आपको सत्य मार्ग पर चलने और हमेशा दूसरों का भला करने की प्रेरणा देता है। भक्ति और श्रद्धा में कई भक्त ऐसे भी हैं जिन्होंने देवता को प्रसन्न करने के लिए  अपनी जीभ काट ली तो किसी ने अपनी उंगली काट ली और ऐसे अंधविश्वास में अब अपना गला काट कर स्वयं की जान ले ली। 
 


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