होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
अध्यात्म
मनोरंजन
सेहत
जॉब अलर्ट
जरा हटके
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

सर्च ऑपरेशन अभियान  : जंगल से प्रिंटर, इन्वर्टर मशीन, स्पाइक सहित अन्य सामान बरामद

सर्च ऑपरेशन अभियान  : जंगल से प्रिंटर, इन्वर्टर मशीन, स्पाइक सहित अन्य सामान बरामद

रफीक खान- कोंटा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन अभियान चला रही है। इस दौरान सुरक्षाबलों की टीम ने माओवादियों के प्रिंटिंगप्रेस के ठिकाने पर पहुंचकर बड़ी कार्रवाई की है। नवीन कैम्प गोमगुड़ा जलेरगुड़ा के जंगल से नक्सलियों के द्वारा छुपाए गए प्रिंटर, इन्वर्टर मशीन सहित अन्य सामाग्री को बरामद किया है।  

जवानों को क्षति पहुंचाने की नीयत से बनाए गए स्पाईक को बरामद किया गया है। नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर जिला बल कोबरा 203 वाहिनी और सीआरपीएफ 241 वाहिनी की संयुक्त टीम निकली थी। 

एंटी नक्सल ऑपरेशन, गुण्डराजगुड़ेम मुठभेड़ में मार गिराए महिला समेत दो नक्सली


वहीं 2 मार्च को सुकमा जिले के किस्टारम थाना क्षेत्र के गुण्डराजगुड़ेम के जंगल में शनिवार सुबह नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में डीआरजी के जवानों ने महिला नक्सली समेत 2 को मार गिराया। मुठभेड़ स्थल से शवों के अलावा हथियार व अन्य नक्सल सामग्री बरामद किया गया है। मारे गए नक्सलियों के शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है। मुठभेड़ स्थल व आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा सघन सचिंग अभियान चलाया जा रहा है। आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि 28 फरवरी को जिला सुकमा के किस्टाराम थाना क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर सुकमा डीआरजी व कोबरा बटालियन की संयुक्त पार्टी नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना हुई थी। अभियान के दौरान 1 मार्च की सुबह लगभग 9 बजे से गुण्डराजगुडेम के जंगल क्षेत्र में डीआरजी टीम एवं सशस्त्र माओवादियों के बीच रुक-रुककर कई बार कर मुठभेड़ हुई।

कई नक्सलियों के मारे जाने व घायल होने की खबर 

सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर खून के धब्बे एवं घसीटने के निशान से कई और माओवादियों के मारे जाने एवं घायल होने की संभावना को देखते हुए आस पास के क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है। विस्तृत जानकारी सर्च अभियान पूर्ण होने पर जारी की जायेगी। एसपी ने कहा कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादियों संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। इसलिए माओवादी संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में जुड़े | अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहे। 


संबंधित समाचार