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Saurabh Sharma Case: सौरभ के अरेरा कॉलोनी के बंगले पर आते थे कई नौकरशाह-बिल्डर

Saurabh Sharma Case: सौरभ के अरेरा कॉलोनी के बंगले पर आते थे कई नौकरशाह-बिल्डर

भोपाल। सौरभ के घर में काम करने वाले नौकर गोपी ने ईडी के सामने काली कमाई को लेकर कई राज खोले हैं। उसने बताया है कि भोपाल में जिस कार से 52 किलो गोल्ड और 11 करोड़ रुपए कैश मिले थे वह सौरभ की ही थी। इनोवा क्रिस्टा कार सौरभ के घर के पीछे तरफ खड़ी रहती थी। इतना ही नहीं अरेरा कॉलोनी स्थिति जिस घर में लोकायुक्त ने छापा मारा था उस घर में भी सोने वाली कार खड़ी रहती थी। साथ ही उसने गोल्ड से भरी इनोवा के संबंध में कुछ अहम जानकारी दी है।

 हालांकि, इस मामले में ईडी के अफसर अधिकृत तौर पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। इसके अलावा नौकर ने सौरभ से मिलने आने वाले कई नौकरशाह और बिल्डर्स और नेताओं के भी नाम लिए है। हालांकि, ईडी ने अभी बड़े नामों की संलिप्तता का खुलासा नहीं किया है। इधर, सौरभ की मां उमा शर्मा ने कहा है कि उसकी पिछले 10 दिन से सौरभ से कोई बात नहीं हुई। वह कहां है इस बात का भी पता नहीं। चेतन गौर को लेकर सौरभ की मां ने कहा है कि वह इतना भर जानती है कि सौरभ का दोस्त था इससे ज्यादा कुछ पता नहीं है। इसके अलावा सौरभ की मां ने यह भी कहा कि वह वकील के जरिए ईडी के सभी सवालों का जबाब देंगी। मां ने ईडी को अपनी अस्वस्थता का भी हवाला दिया है।

सौरभ की नियुक्ति को लेकर गड़बड़झाले की शिकायत

 वहीं, आरटीआई एक्टिविस्ट संकेत साहू ने सौरभ शर्मा की नियुक्ति को लेकर शिकायत की है। नियुक्ति के मामले में ग्वालियर जिले के एसपी और लोकायुक्त एसपी से यह शिकायत की गई है। शिकायत में हवाला दिया गया है कि अनुकंपा नियुक्ति में जो दस्तावेज दिए हैं, वह भी गलत हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट ने उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है, जिनके समय में सौरभ शर्मा को सरकारी नौकरी मिली थी। उनका कहना है कि बिना जांच के उन्हें नौकरी कैसे मिल गई।

मां का लॉकर किया फ्रीज 

शर्मा के विनय नगर स्थित आवास से ईडी की टीम को उसकी मां उमा शर्मा के साथ ज्वॉइंट अकाउंट के दस्तावेज मिले हैं। जो यूनियन बैंक के हैं। उमा शर्मा के नाम यूनियन बैंक में एक लॉकर भी मिला है। बैंक खाते में मनी लॉन्ड्रिंग के पैसे आने जाने की आशंका पर उसे फ्रीज कराया गया है। हाईवे पर हाल ही में एक जमीन बेचे जाने के भी कुछ दस्तावेज मिले हैं। जांच एजेसियां सभी रिकार्ड जब्त कर जांच कर रही है।

छापे में दौरान बरामद संपत्ति को कम क्यों बताया ?

शर्मा की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान पुलिस ने कोर्ट में जो जानकारी दी गई है, उसमें तलाशी के दौरान मिली नकद राशि 28 लाख 50 हजार रुपए, पांच लाख रुपए की ज्वेलरी और 21 लाख रुपए की चांदी यानी लगभग 55 लाख रुपए की संपत्ति बताई है। जबकि लोकायुक्त के छापे में नगदी सोना चांदी सहित 7 करोड़ 98 लाख की संपत्ति की बरामदगी का खुलासा हुआ था। इसलिए सवाल उठ रहा है कि संपत्ति का विवरण कोर्ट में कम क्यों बताया गया?

दुबई में एक विला होने का खुलासा

सौरभ शर्मा के द्वारा दुबई में भी बड़ा निवेश किया गया है। यह निवेश एक विला में किया गया है, जिसकी कीमत करीब डेढ़ अरब रुपए बताई जा रही है। जांच एजेसियां इसकी तस्दीक कर रही हैं। अब तक की जांच में पता चला है कि सौरभ द्वारा अधिकांश संपत्ति अपनी पत्नी दिव्या के नाम पर ही खरीदी गई है। दिव्या अपना सरनेम शर्मा की बजाए तिवारी लिखती थी ताकि प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त में सौरभ का नाम नहीं आए। अपने पति की जगह अपने पिता का नाम सलिल तिवारी लिखती थी। सौरभ छापे से चार दिन पहले यानी 15 दिसंबर को पत्नी दिव्या के साथ दुबई गया था। इसके बाद उसका कुछ पता नहीं है।


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