रिपोर्टर - संदीप करिहार
मुंगेली। सरगांव में लोहे बनाने की फैक्ट्री में कल बड़ा हादसा हो गया था। फैक्ट्री की चिमनी गिरने से काम कर रहे आधा दर्जन से ज्यादा अमजदूर इसकी चपेट में आ गए थे। चिमनी में दबे हुए मजदूरों को 27 घंटे के रेस्क्यू के बावजूद अब तक नहीं निकाला जा सका है। मौके से एक इंच भी नहीं हटा सके साईलो (कंटेनर), साइलो स्ट्रेचर फेलियर जैसी गंभीर लापरवाही के बावजूद रेस्क्यू में भी फिर लापरवाही सामने आई है। बिना सुरक्षा उपकरण के श्रमिकों से काम लिया जा रहा है।
दूसरी ओर मलबे में फँसे इंजीनियर जयंत साहू के परिजनों ने प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाया है। मृतक इंजीनियर जयंत साहू के साढ़ू नरहरि साहू ने कहा कि घटना के बाद भी परिजनों को सूचना नहीं दी गई। हादसे के बाद भी प्लांट प्रबंधन और प्रशासन परिजनों को गुमराह करते रहे। पर्याप्त रेस्क्यू उपकरण नहीं होने की बात कहते हुए बताया कि बिना सुरक्षा उपकरण के काम कराए जाने की बात जयंत घर में बताता था। उन्होंने सरकार को परिवार की परवरिश और पत्नी को नौकरी देने की मांग भी की।
इस मामले में पुलिस ने प्रबंधन के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। इसमें प्लांट इंचार्ज अमित केड़िया, ऑपरेशन मैनेजर अनिल प्रसाद, प्रबंधन एवं अन्य के खिलाफ दुर्घटना एवं उपेक्षा पूर्ण कार्य कराने की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है। जांच और विवेचना के अनुसार मामले में धाराएं लगाई जाएगी।