रायपुर: ED ने सुकमा और कोंटा में बने राजीव भवन (कांग्रेस कार्यालय) के निर्माण के संबंध में समन जारी किया था, और भवन के बारे में 4 बिन्दुओं में जानकरी मांगी थी , जिसके बाद गुरुवार सुबह से छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू से ED दफ्तर में पूछताछ जारी है, पूछताछ लगभग पिछले 7 घंटे से चल रही है.
वहीं रायपुर में ED कार्यालय के बाहर कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे, यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष आकाश शर्मा समेत कई कांग्रेसी नेता प्रदर्शन कर रहे हैं और बीजेपी कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में ED की जांच की मांग कर रहे हैं.
ED कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू से सुकमा स्थित राजीव भवन निर्माण में हुए खर्च का ब्यौरा मांग रही है. अधिकारियों ने पहले समन जारी कर जानकारी मांगी थी. अब पैंतरा बदल कर पूछताछ शुरू हो गई. ED दफ्तर में कवासी लखमा के करीबी सुशील ओझा से भी पूछताछ चल रही है. ईडी के वकील डॉ सौरभ पांडेय भी मौजूद है.
आपको बता दें, ED ने सुकमा और कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय के निर्माण के सम्बन्ध में समन जारी कर चार बिन्दुओं में जानकारी मांगी थी. जिसपर मलकीत सिंह गैंदु ने कहा कि 30 पन्नों का जवाब तैयार किया गया है.
इन चार बिंदुओं में जानकारी मांगी गई :
कांग्रेस भवन कोंटा और सुकमा का काम कब शुरू हुआ और कब समाप्त हुआ?
जमीन खरीदने और भवन निर्माण के लिए कितनी की राशि खर्च की गई?
फंड का सोर्स क्या था ?
कांग्रेस भवन निर्माण करने वाले ठेकेदार का नाम व डिटेल ?
दीपक बैज का बयान :
इस मामले पर दीपक बैज का भी बयान सामने आया है, बैज ने ED की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस भवन छेरछेरा पुन्नी के दान और कार्यकर्ताओं के सहयोग से बना था, लेकिन अब केंद्र सरकार के इशारे पर इसे जांच के दायरे में लाया गया है.
उन्होंने कहा कि पहली बार देश के इतिहास में किसी विपक्षी पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर इस तरह की कार्रवाई हो रही है. दीपक बैज ने कहा, ED ने समन भेजा है, जबकि हमारे पास हर पाई-पाई का हिसाब मौजूद है. अगर कांग्रेस भवन को लेकर जांच की जा रही है, तो फिर बीजेपी के प्रदेश कार्यालय की जांच क्यों नहीं हो रही?बीजेपी का कार्यालय 150 से 200 करोड़ की लागत से बना है, लेकिन वहां ED नहीं जाती. केंद्र सरकार ED और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है और विपक्ष को कमजोर करने की साजिश कर रही है.