Raipur News: रायपुर। डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट ने एक मरीज की किडनी की नस में सौ प्रतिशत रूकावट का लेजर एक्जाइमर विधि से सफल इलाज किया है। मेडिकल लिटरेचर के अनुसार, विश्व में लेजर एंजियोप्लास्टी द्वारा किडनी की नस के पूर्ण ब्लॉक के उपचार का यह पहला केस है।
एसीआई के कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव के नेतृत्व में हुए इस उपचार में मरीज के किडनी की धमनी यानी रीनल आर्टरी और कोरोनरी आर्टरी का एक साथ उपचार कर मरीज को रीनल फेल्योर और हार्ट फेल्योर होने से बचा लिया गया। इस केस में पहली बार रीनल का 100 प्रतिशत ऑक्लूशन (रुकावट) था, जिसके कारण बीपी कंट्रोल में नहीं आ पा रहा था. किडनी खराब हो रही थी। समय पर इलाज नहीं होता तो किडनी फेल हो जाती।
बैलून से उस रास्ते को बड़ा किया गया
कठोर ब्लॉकेज होने की वजह से एक्जाइमर लेजर से उसके लिए रास्ता बनाया, फिर बैलून से उस रास्ते को बड़ा किया। इससे उसमें स्टंट लगाकर उस नली को पूरी तरह खोल दिया गया और नार्मल फ्लो को किडनी में वापस चालू किया गया। ब्लॉकेज खोलने के साथ ही बीपी में परिवर्तन आने शुरू हुए और बीपी कम हो गया।
मरीज की स्थिती पहले से बेहतर
इंट्रावैस्कुलर अल्ट्रासाउंड के जरिये स्टंट को देखकर यह कन्फ़र्म किया गया कि वह ठीक से अपने स्थान पर स्थापित हुआ है या नहीं।
आईवीयूएस करके पूरी प्रक्रिया की वास्तविक वस्तुस्थिति को देखा। अंततः दोनों प्रक्रिया सफल रही। मरीज अब ठीक है और डिस्चार्ज लेकर घर जाने को तैयार है।