रायपुर: रायपुर के प्रसिद्ध महादेव घाट स्थित शिव मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र को एक नया रूप देने के लिए एक भव्य महादेव कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। यह कॉरिडोर, जो उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर होगा, न केवल शिव भक्तों के लिए एक धार्मिक स्थल बनेगा, बल्कि पर्यटकों के आकर्षण का भी केंद्र बनेगा। इस परियोजना की घोषणा राज्य सरकार द्वारा की गई है, और इसे रायपुर नगर निगम के सहयोग से तैयार किया जाएगा।
दुकानों को हटाया नहीं जाएगा :
महादेव कॉरिडोर के तहत मंदिर के पीछे एक खूबसूरत कॉरिडोर का निर्माण होगा, जिससे मंदिर का भव्य रूप दूर से भी स्पष्ट दिखाई देगा। इसके साथ ही, महादेव घाट के आसपास स्थित दुकानों को नए तरीके से व्यवस्थित किया जाएगा, ताकि इस क्षेत्र की सुंदरता और आर्कषण में वृद्धि हो। गौरतलब है कि इन दुकानों को हटाया नहीं जाएगा, बल्कि उन्हें नए तरीके से जगह दी जाएगी, जिससे यहां का वातावरण और भी आकर्षक बनेगा।
पर्यटन विकास की दिशा में अहम कदम
रायपुर पश्चिम विधानसभा से बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री, राजेश मूणत ने कहा कि रायपुर को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में यह कदम बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। महादेव कॉरिडोर की योजना कई महीनों से चल रही थी, और अब यह आकार ले रही है। उन्होंने बताया कि महादेव घाट रायपुर का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, और इस कॉरिडोर के निर्माण से न केवल यहां के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय व्यापार और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
महादेव कॉरिडोर के बाद ट्रैफिक समाधान
महादेव कॉरिडोर के बाद विसर्जन कुंड से होते हुए टाटीबंध तक एक डबल लेन रोड का निर्माण भी प्रस्तावित किया गया है, जो चंदनीडीह की ओर जाएगा। इस रोड के निर्माण के बाद ट्रैफिक डायवर्ट होगा, जिससे रायपुर के यातायात व्यवस्था में सुधार होगा और आम लोगों को राहत मिलेगी। पीडब्ल्यूडी का सर्वे अगले महीने से शुरू होगा, और इसके निर्माण से शहर के ट्रैफिक दबाव में भी कमी आएगी।
नए सिरे से नगर निगम का संचालन
रायपुर नगर निगम में हाल ही में हुए नगरीय निकाय चुनावों के बाद, बीजेपी की मीनल चौबे मेयर बनी हैं, और इसके बाद नगर निगम का संचालन एक नई दिशा में शुरू हो चुका है। महादेव कॉरिडोर और अन्य विकास परियोजनाओं से यह साबित होगा कि रायपुर को एक स्मार्ट, व्यवस्थित और सुंदर शहर के रूप में विकसित किया जा रहा है।