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कृषि महाविद्यालय पर सियासत हुई तेज, कांग्रेस और भाजपा के दावों के बीच सरपंच और ग्रामीण पहुंचे कलेक्ट्रेट कार्यालय 

कृषि महाविद्यालय पर सियासत हुई तेज, कांग्रेस और भाजपा के दावों के बीच सरपंच और ग्रामीण पहुंचे कलेक्ट्रेट कार्यालय 

रिपोर्टर - नौशाद अहमद // सूरजपुर
प्रतापपुर के धोंधा पंचायत में कृषि महाविद्यालय का निर्माण करने की मांग को लेकर भारी संख्या में सरपंच, जनप्रतिनिधि और आम जनता कलेक्टर कार्यालय पहुचे थे। जहां सर्वे अधिकरी और विधायक के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कालेज को वही खोलने की मांग किया था जिसके बाद भाजपा मण्डल प्रतापपुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि विधायक को बदनाम करने के लिए यह अफवाह फैलाया जा रहा है जबकि अभी तक कही भी जमीन का आवंटन नही हुवा है फिर विधायक दूसरे जगह महाविद्यालय को कैसे ले जा सकती है। कांग्रेस की सरकार ने इस विद्यालय की घोषणा किया था पर उनकी सरकार में तो वह यहा संचालित भी नहीं कर पाए थे। कॉलेज अंबिकापुर में संचालित हो रहा था। हमारी विधायक यहां के विकास के लिए प्रयासरत है। विधायक को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। 

प्रवीण दुबे, भाजपा मंडल महामंत्री प्रतापपुर

वहीं इस पूरे मामले में कांग्रेस ने विधायक पर चुटकी लेते हुए कहा की अपनी नाकामी छुपाने के लिए इस तरह का काम किया जा रहा है। जब विधायक प्रतापपुर के लोगों के साथ है फिर वह क्यों बैठक में नही आई। जबकि उसमें भाजपा के कार्यकर्ता और सरपंच के साथ आम जनता सैकड़ो की संख्या में मौजूद थे। उनके नही आने के कारण ही लोगों को कलेक्टर कार्यालय जाना पड़ा और रहा सवाल कृषि विद्यालय की तो उसकी सौगात हमारी सरकार ने दिया है। भाजपा तो 9 महीना में जमीन भी नही ढूंढ पाई।

त्रिभुवन सिंह, संयुक्त महामंत्री जिला कांग्रेस सूरजपुर

कृषि विद्यालय के निर्माण को लेकर राजीनीति सुरु हो गई है सरपंच संघ और आम जनता के ज्ञापन के बाद भाजपा जहा विधायक को बदनाम करने की बात बता रही है वही कांग्रेस इसे भाजपा की नाकामी कह रही है। अब देखना होगा कब तक और कहा कृषि महाविद्यालय का निर्माण हो पाएगा ।


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