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Nursing Scandals : नर्सिंग घोटाले पर सदन में कांग्रेस ने किया हंगामा नारेबाजी की वजह से औचित्य का प्रश्न भी गर्माया

Nursing Scandals : नर्सिंग घोटाले पर सदन में कांग्रेस ने किया हंगामा नारेबाजी की वजह से औचित्य का प्रश्न भी गर्माया

भोपाल। मप्र में हुए नर्सिंग घोटाले के मुद्दे पर बुधवार को फिर विधानसभा में हंगामा हुआ। कांग्रेसी सदस्यों ने मंत्री विश्वास सारंग के नर्सिंग अनियमितता को लेकर सदन में दिए गए गलत बयान पर खासी नाराजगी जताई। कांग्रेस के हंगामे, नारेबाजी व नोकझोंक के बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कोई भी चर्चा नियम प्रक्रिया के तहत होनी चाहिए। यह जो व्यवस्था बिगाड़ी जा रही है, यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि कभी ऐसा नहीं हुआ कि ध्यानाकर्षण पर 4 घंटे तक चर्चा हुई हो। इसके बाद भी कांग्रेसी सदस्य यह कर रहे हैं। इस पर दोबारा से चर्चा करना ठीक नहीं है। कांग्रेस के हंगामें की वजह से कई बार बजट भाषण पढ़ने में दिक्कतें आई।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि मंत्री सारंग ने गलत जानकारी सदन को दी है। वे सदन को गुमराह कर रहे हैं। इस पर स्पीकर को संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इस मुद्दे को लेकर सदन पूरे समय तक हंगामा होता रहा। इस पर स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अभी बजट पेश हो रहा है। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा बजट पेश कर रहे हैं। यह जनहित से जुड़ा मुद्दा है। इस पर चर्चा होनी चािहए। उन्होंने सिंघार से कहा कि आप नियम प्रक्रिया के तहत सदन में आएं, ऐसा नहीं हो कि हर समय एक ही मुद्दे पर चर्चा होगी। इसके बाद भी कांग्रेसी सदस्य नहीं माने। कुछ समय बाद वे गर्भ गृह में आकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद वहीं बैठ गए। यह सब तक तक चलता रहा, जब तक कि वित्त व उप मुख्यमंत्री का बजट भाषण समाप्त नहीं हो गया। बाद में कांग्रेस ने वॉकआउट कर दिया। 

संसदीय कार्य मंत्री ने निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग की

कांग्रेस सदस्यों के हंगामें के बीच संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेसी सदस्यों से कहा कि आप गलत तरीके से सदन में अव्यवस्था फैला रहे हैं। यह उचित नहीं है। बजट भाषण के बाद विजयवर्गीय ने स्पीकर से इस पर निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सदन नियम व प्रक्रिया के तहत चलता है। इस तरह से हंगामा करना यह ठीक नहीं है। 

बजट भाषण समाप्त होने के बाद देवड़ा ने जताई नाराजगी

उप मुख्यमंत्री देवड़ा ने कहा कि राज्यपाल के निर्देश पर आज बजट अनुमान पेश किया जा रहा है। इसके बाद भी इस तरह का हंगामा करना उिचत नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष के सदस्यों ने जो व्यवहार किया है, ऐसा अाचरण उचित नहीं है। बाद में सदन की कार्यवाही गुरूवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

कुल डेढ़ घंटे तक चला बजट भाषण

उप मुख्यमंत्री देवड़ा का बजट भाषण करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा देरे तक चला। वे सुबह 11.15 बजे बजट भाषण शुरू किए थे, इसके बाद यह 12 बजकर 47 मिनट तक चला। इस दौरान तकरीबन सभी विभागों के लिए अच्छी खासी राशि का आवंटन किया गया। बजट भाषण में देवड़ा ने कुल 223 बिंदुओं पर अपनी बात कही। उन्होंने कुल 43 पेज के बुकलेट के प्रत्येक योजनाओं व बिंदुओं को सदन में पढ़ा। 
 


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