
Deputy Collector Suspended : नर्मदापुरम में डिप्टी कलेक्टर पर महिला कर्मचारियों से अभद्र भाषा में बात करने और गलत मैसेज भेजने के आरोप हैं। शिकायत मिलने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी ने शुक्रवार देर शाम डिप्टी कलेक्टर असवान राम चिरामन के सस्पेंशन के आदेश जारी किए। इधर, असवान राम चिरामन ने सभी आरोपों को झूठा बताया है। उनका कहना है कि कुछ अधिकारी और कर्मचारी उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
चिरावन पहले सिंगरौली में एसडीएम रहते महिला से जूते की लेस बंधवाकर चर्चा में आए थे। तब सीएम ने उन्हें हटा दिया था। असवान राम चिरामन सोहागपुर में एसडीएम के पद पर पदस्थ थे। शिकायतें मिलने पर 21 मार्च को उन्हें पद से हटा दिया गया था। उन्हें नर्मदापुरम
कलेक्ट्रेट में डिप्टी कलेक्टर पद पर पदस्थ किया गया था। उन्होंने इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी और 25 मार्च को स्टे ले आए थे। हालांकि, इस दौरान प्रशासन ने जांच जारी रखी थी।
कलेक्टर सोनिया मीणा ने महिला कर्मचारियों और पटवारियों के बयान लिए थे। इसकी रिपोर्ट कमिश्नर केजी तिवारी को सौंपी थी। जिसके बाद डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 22 मार्च को सोहागपुर से हटाने का आदेश जारी किया गया, जिसकी सूचना अगले दिन रविवार को मिली। इसके बाद हाईकोर्ट से स्टे आदेश लिया और 26 मार्च को कलेक्टर कार्यालय में जमा किया। 28 मार्च, शुक्रवार को सोहागपुर एसडीएम के पद पर बहाल करने का आदेश जारी हुआ, लेकिन उसी दिन देर शाम निलंबन की सूचना मिली। नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी ने कहा कि सोहागपुर के एसडीएम असवान राम चिरामन को नर्मदापुरम कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर निलंबित किया गया है। उन्होंने बताया कि चिरामन द्वारा आपत्तिजनक भाषा के प्रयोग को लेकर यह कार्रवाई की गई है।