एमपी पॉवरफुल लेडी अफसर : देश में इन दिना नवरात्री का पर्व चल रहा है। चारो ओर माता रानी की आराधाना की जा रही है। तो वही मध्यप्रदेश की मोहन सरकार में नारी शक्ति को बढ़ावा मिल रहा है। प्रदेश के जिलों में से करीब 10 ऐसे जिले है जिनकी कमान महिला अफसरों के हाथों सौंपा गया है। इतना ही नहीं मोहन सरकार में 5 महिला मंत्री नेतृत्व कर रही है।
मोहन सरकार में 5 महिला मंत्री के साथ साथ 10 महिला कलेक्टर प्रदेश के जिलों में काम कर रही है। सरकार में सबसे बड़े पद प्रमुख सचिव पर भी वीरा राणा काम कर चुकी है। हालांकि वे अब सेवानिवृत्त हो चुकी है। कुल मिलाकर मोहन सरकार में नारी शक्ति को आगे किया जा रहा है। इससे पहले प्रदेश में 3 से 4 जिलों में महिला अफसर तैनात थी।
नारी शक्ति को बढ़ावा क्यों?
सीएम हाउस में कार्यरत अधिकारियों का मानना है कि महिला अधिकारी की सोच दूरदर्शी रहती है। लेडी अफसरों के कार्यो में हमेशा तिव्रता देखी गई है। वे जिम्मेदारी के साथ काम करती है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में भी प्रदेश के अन्य जिलों में महिला अफसरों की तैनाती की जाएगी।
10 पॉवरफुल महिला अफसर
रुचिका चौहान — ग्वालियर
प्रतिभा पाल — रीवा
सोनिया मीणा — नर्मदापुरम
नेहा मीणा — झाबुआ
भव्या मित्तल — बुरहानपुर
रिजु बाफना — शाजापुर
अदिति गर्न — मंदसौर
रानी बातड़ — मैहर
शीतला पटले — नरसिंहपुर
संस्कृति जैन — सिवनी
मोहन सरकार के नारी शक्ति मॉडल को देखकर माना जा रहा है की प्रदेश में पहले 3 महिला कलेक्टरों की संख्या हुआ करती थी जो अब 10 हो गई है। आने वाले समय में आईएएस और आइपीएस की कुर्सीयों पर महिला अफसर देखी जा सकती है। मोहन यादव रानी अहिल्याबाई, रानी दुर्गावती के रोल मॉडल पर काम कर रही है।