
MP Bjp Politics : मध्यप्रदेश बीजेपी में संगठनात्मक चुनाव जिनमें जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों के चुनाव बीते दो महीने पहले हो चुके है। जिला और मंडल के चुनाव तो पूरे हो गए, लेकिन कार्यकारिणी अबतक नहीं बन सकी है। मंडल लेवल से लेकर जिला लेवल तक की कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए नेताओं में बेचैनी बढ़ने लगी है। नेता अब अपने अपने विधायकों और सांसदों के दरबार में हाजरी लगाने लगे है।
नेताओं की लॉबिंग
दरसअल, प्रदेश भाजपा ने दिसंबर तक प्रदेश भर में करीब 1100 मंडल अध्यक्ष और 62 जिलों के अध्यक्षों का चयन तो कर लिया, लेकिन दिसंबर के बाद मंडल और जिलों में कार्यकारिणी नहीं बन सकी है। जिसके चलते मंडल से लेकर जिला लेवल तक बनाई जाने वाली कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए स्थानीय नेता अब अपने अपने नेताओं से संपर्क साधने में जुटे हुए है।
बताया जा रहा है कि कार्यकारिणी में जगह पाने के लिए भाजपा नेता क्षेत्रिय सांसद और अपनी लोकसभा के सांसद से संपर्क करने लगे है। इतना ही नहीं कुछ नेता चाहते है की उनके जिले में उनकी टीम के लोग शामिल हो। इसके लिए भोपाल स्थित प्रदेश कार्यालय तक लॉबिंग शुरू हो गई है।
महामंत्री के लिए कशमकश
बीजेपी सूत्रों की माने तो जिला महामंत्री का पद पाने कि लिए नेताओं में सबसे ज्यादा कशमकश देखी जा रही है। क्योंकि जिला महामंत्री का पद जिले कमेटी में सबसे बड़ा होता है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश के हर जिले में कम से कम 5 से 6 नेता महामंत्री की कुर्सी के लिए दावेदारी ठोक रहे है। ये नेता प्रदेश लेवल के नेताओं से लगातार संपर्क में है, तो कई नेता संघ की बागडोर पकड़कर महामंत्री की जुगत में बने हुए है। सूत्रों का कहना है कि अप्रैल माह तक प्रदेश के कुछ जिलों में कार्यकारिणी बनाई जा सकती है।