उज्जैन। महाकाल मंदिर में नए साल के स्वागत के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। इसके मद्देनजर 31 दिसंबर से ही शीघ्र दर्शन और भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग स्थगित है। बुधवार 1 जनवरी को भी 250 रुपए का शीघ्र दर्शन टिकट बंद रहेगा।इसका मतलब है कि सभी भक्तों को सामान्य दर्शन की कतार में लगना होगा। मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए दर्शन की विशेष व्यवस्था की है, जिससे सभी को 40 से 45 मिनट में दर्शन हो सकें। नए साल पर दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि नए साल पर श्रद्धालुओं के लिए निर्बाध दर्शन व्यवस्था लागू की गई है। भक्तों की सुविधा के लिए शहर में अलग-अलग जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। साथ ही, मंदिर के अंदर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रोटोकॉल, वृद्ध और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। सामान्य दर्शनार्थी चारधाम मंदिर के सामने से दर्शन की कतार में लगेंगे और शक्तिपथ, महाकाल महालोक, मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर, महाकाल टनल होते हुए गणेश मंडप पहुंचेंगे। वहां से वे बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।
पार्किंग स्थलों पर 10 प्रसाद काउंटर
प्रोटोकॉल के तहत आने वाले वीआईपी दर्शनार्थी हरिफाटक ओवर ब्रिज से होकर बेगमबाग के रास्ते नीलकंठ द्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे। उनके लिए वीआईपी पार्किंग की भी व्यवस्था रहेगी। वृद्ध और दिव्यांग दर्शनार्थी मंदिर कार्यालय के सामने अवंतिका द्वार से प्रवेश कर सकेंगे। उनके लिए निःशुल्क व्हीलचेयर की भी सुविधा रहेगी। चारधाम मंदिर के पास और पार्किंग स्थलों पर 10 प्रसाद काउंटर लगाए जाएंगे। यहां से भक्त 100, 200 और 500 ग्राम के पैकेट में लड्डू प्रसाद खरीद सकेंगे।