रायपुर: पुरुष महिला b.Ed सहायक शिक्षक बीते एक हफ्ते से टूटा धरना स्थल पर धरना दे रहे हैं. b.Ed सहायक शिक्षकों की मांग पूरी नहीं हो रही है. अपनी सेवा सुरक्षित रखने के लिए b.Ed सहायक शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं.
महिलाएं और पुरुष सामूहिक रूप से मुंडन करेंगे, दोपहर पहले 12:00 बजे सहायक शिक्षकों के मुंडन की प्रक्रिया शुरू होनी थी लेकिन इसके समय में बदलाव कर दिया गया है. अब अब 2:00 महिलाओं के मुंडन की प्रक्रिया शुरू होगी, पुरुषों के साथ 25 से ज्यादा सहायक शिक्षिकाएं मुंडन कराएंगी.
रायपुर आज राजधानी रायपुर के धरना स्थल पर इतिहास रचने वाला दृश्य देखने को मिलेगा अपनी सेवा सुरक्षा और भविष्य के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हजारों पुरुष और महिला B.Ed सहायक शिक्षक सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए सामूहिक मुंडन करेंगे.
पुरुषों के साथ महिलाएं भी करेंगे मुंडन
इस आंदोलन में पुरुष शिक्षकों के साथ-साथ महिला शिक्षक आए भी अपनी पहचान और आत्मसम्मान का बलिदान देने को तैयार हैं शिक्षिकाओं का कहना है कि यह कदम उनके संघर्ष की गंभीरता को दर्शाता है उन्होंने स्पष्ट किया कि यह केवल बालों का त्याग नहीं बल्कि उनके भविष्य के लिए एक गहरी पीड़ा और न्याय की आवाज है.
अनुनय यात्रा से सामूहिक मुंडन तक:
14 दिसंबर को अंबिकापुर से रायपुर तक पैदल अनुनय यात्रा शुरू की गई थी जो रायपुर पहुंचने के बाद 19 दिसंबर से धरने में बदल गई इस दौरान शिक्षकों ने सरकार और जनप्रतिनिधियों को अपनी पीड़ा सुनने के लिए आमंत्रण पत्र भी भेजे लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया.
एक महिला शिक्षिका का सवाल
हमने सरकार की शर्तों का पालन कर बेड की पढ़ाई पूरी की पात्रता परीक्षा पास की और बच्चों को शिक्षा देने का काम शुरू किया अब हमारी योग्यता को हमें अमान्य ठहराया जा रहा है क्या शिक्षकों का भविष्य इस असुरक्षित रहेगा?
धरना स्थल पर आज का दृश्य:
आज दोपहर 2:00 से मिलेगा शिक्षक आए और सुबह 10:00 बजे से पुरुष शिक्षक सामूहिक मुंडन करेंगे इस दौरान उनकी पीड़ा और गुस्सा धरना ईश्वर पर साथ लड़के का शिक्षकों ने इसे न्याय की अंतिम पुकार का नाम दिया है।
मुख्यमंत्री से अपील:
B.Ed सहायक शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा है- मुख्यमंत्री जी क्या हमारा संघर्ष और बलिदान भी अनदेखा किया जाएगा हम न्याय मांग रहे हैं दया नहीं हमारा भविष्य सुरक्षित करना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है.
आंदोलन जारी रहेगा :
शिक्षकों स्पष्ट किया है कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं देती तब तक उनका आंदोलन और तेज होगा.
शिक्षकों की मांग
B.Ed ठाकुर की सेवा सुरक्षा सुनिश्चित की जाए एवं उनका समायोजन किया जाए.
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के आदेश के बाद से प्रदर्शन जारी :
गौरतलब है की छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने 10 दिसंबर 2024 को दो सप्ताह के अंदर डीएड डिग्रीधारक को सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति का आदेश दिया था. वहीं, बीएड डिग्रीधारक सहायक शिक्षकों की नियुक्ति को रद्द करने की बात कही थी, जिससे बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों की नौकरी खतरे में आ गई. बिलासपुर हाईकोर्ट ने सरकार को सख्त हिदायत दी थी कि अगर 15 दिनों के भीतर भर्ती का प्रोसेस पूरा नहीं किया गया तो अदालत कड़ी कार्रवाई करेगा.