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Kolar Sixlane Road : कोलार सिक्सलेन में चौराहे व सर्विस रोड को लेकर तय बिंदुओं पर नहीं हुआ काम

Kolar Sixlane Road : कोलार सिक्सलेन में चौराहे व सर्विस रोड को लेकर तय बिंदुओं पर नहीं हुआ काम

भोपाल। कोलार रेस्ट हाउस से गोल जोड़ तक बन रहे 15.10 किलोमीटर लंबी सिक्सलेन रोड पर चौराहों व सर्विस रोड के चौड़ीकरण को लेकर तय किए गए बिंदुओं पर काम न होने से लोगों की परेशानियां कम होने की जगह बढ़ती जा रही हैं। सर्विस रोड का प्रारूप ही खत्म कर दिया गया, जिससे लोगों को न तो वैकल्पिक मार्ग मिल रहा है और न ही पार्किंग की कोई व्यवस्था। सड़क निर्माण के साथ फुटपाथ नियमानुसार नहीं बन रहे, जिससे बारिश में कीचड़ और दलदल में वाहन पार्क हो रहे हैं। जहां सड़क तैयार हुई, वहां सड़क पर वाहन पार्क होने से दूसरे वाहनों के लिए सड़क सिंगल ही रह गई।

रहवासियों के अनुसार, सिक्सलेन रोड बनाने की प्लानिंग में सबसे पहले चूना भट्टी, मंदाकिनी, नयापुरा, ललिता नगर, डी मार्ट के पास आदि चौराहों का भी चौड़ीकरण होना था, क्योंकि सिक्सलेन रोड बनने के बाद सबसे ज्यादा परेशानी इन्हीं चौराहों पर लोगों को आ रही है। परेशानी की बात तो यह है कि इन चौराहों पर लेफ्ट टर्न भी चौड़ें होना थे, उसे भी प्लानिंग से हटा दिया गया। कनेक्टिंग मार्गों को भी 50 से 200 मीटर तक चौड़ा किया जाना था, दानिश कुंज को छोड़कर किसी पर काम ही शुरू नहीं हुआ।

इसलिए बनाया जा रहा सिक्सलेन रोड

कोलार रोड के गोल जोड़ से बैरागढ़ चिचली के बीच सर्वधर्म, मंदाकिनी, बीमाकुंज, कान्हाकुंज, सीआईए चूनाभट्टी एरिया, नयापुरा, ललितानगर, गेहूंखेड़ा, नहर की पुलिया समेत करीब 100 कॉलोनियां बसी है। यहां के लोग इसी रोड से आना-जाना करते हैं। बढ़ती आबादी के साथ अब सड़क काफी छोटी पड़ने लगी थी। बारिश में सड़क पूरी तरह से जर्जर हो जाती थी। सिक्सलेन बनते समय में भी इस बार भी ऐसी ही तस्वीर नजर आ रही है।  

मेट्रो प्रोजेक्ट के अनुसार डिवाइडर में जगह नहीं छोड़ी

सिक्सलेन रोड की प्लानिंग के समय कोलार तक मेट्रो प्रोजेक्ट आने की संभावना को देखते हुए डिवाइडर का निर्माण होना था, लेकिन डिवाइडर इस तरह से बनाए गए हैं कि मेट्रो प्रोजेक्ट अगर आया तो सड़क को ही खोदा जाएगा, क्योंकि मेट्रो प्रोजेक्ट के चलते सेंट्रल वर्ज में 3 मीटर चौड़ी जगह छोड़ी जानी थी। इस समय डिवाइडर में इतनी जगह नहीं कि मेट्रो का काम बिना सड़क खोदे शुरू हो सके।  
 


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