Ladli Behna Yojana Kist : मध्यप्रदेश की मोहन सरकार आज लाड़ली बहना योजना की 20वीं किस्त जारी करेगी। प्रदेश की करोड़ों लाड़ली बहनों के 1250 रूपये योजना के अंतर्गत मिलेंगे, लेकिन किस्त जारी होने से पहले महिला एंव बाल विकास विभाग ने करीब 1 लाख 63 हजार से अधिक लाड़ली बहनों के नाम काट दिए है। जो बहनों को नए साल पर झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
दरसअल, महिला बाल विकास विभाग ने प्रदेश की करीब 1 लाख 63 हजार लाड़ली बहनों को अपात्र घोषित करते हुए योजना से उनके नाम काट दिए है। ऐसे में अब इनको लाड़ली योजना के अंतर्गत मिलने वाले पैसे नहीं मिलेंगे। बहनों के नाम काटे जाने को लेकर लाखों लाड़ली बहने तो नाराज ही हैं वही प्रदेश कांग्रेस नेताओ ने सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए इसे बहनों के साथ धोखा बताया है।
बहनों के साथ धोखाधड़ी
पूर्व सीएम कमलनाथ ने मोहन सरकार पर हमला बोलते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया है। पोस्ट में कमलनाथ ने लिखा है कि मध्य प्रदेश में लाड़ली बहनों से डॉक्टर मोहन यादव सरकार की धोखाधड़ी जारी है। ऐसा लगता है जैसे भाजपा लाड़ली बहना योजना समाप्त करना चाहती है। चुनाव से पहले जो भाजपा लाड़ली बहनों को 3 हज़ार रुपया प्रतिमाह देने का वादा कर रही थी, वही भाजपा अब सम्मान राशि बढ़ाने की जगह लगातार लाड़ली बहनों की संख्या घटाने में लगी है।
कमलनाथ ने आगे लिखा है कि प्रदेश में 1.63 लाख लाड़ली बहनें इस योजना से बाहर कर दी गई है। दावा ये किया जा रहा है कि जिन महिलाओं की उम्र 60 वर्ष से अधिक हो गई है, उन्हें योजना से बाहर किया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि जिन महिलाओं की उम्र योजना में शामिल होने के लिए पात्र बन गई है उनका नया पंजीकरण क्यों नहीं किया जा रहा है? दरअसल सच्चाई यह है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार षड्यंत्र रचकर महिलाओं को लाड़ली बहना योजना से बाहर कर रही है और धीरे धीरे इस योजना को समाप्त कर देना चाहती है।
इन महिलाओं के कटे नाम!
बताया जा रहा है कि महिला एवं बाल विकास विभाग ने ऐसी महिलाओं के नाम योजना से काटे है जिनकी उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है। प्रदेश में करीब 1 लाख 63 हजार से अधिक ऐसी महिलाए है जो 60 की उम्र पार कर चुकी है। अब ऐसी महिलाओं को 10 जनवरी को आने वाली 20वीं योजना की किस्त नहीं मिलेगी। बता दें कि लाड़ली बहना योजना में उम्र का बंधन है। इसलिए इतनी तादात में बहनों के नाम काटे गए है। सरकार ने पिछले महीने 11 दिसंबर 2024 को 1.28 करोड़ महिलाओं के खाते में योजना की राशि ट्रांसफर की थी। नाम काटे जाने के बाद अब 1.26 करोड़ महिलाओं को ही राशि ट्रांसफर की जाएगी।
शिवराज ने की थी योजना की शुरूआत
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना लाड़ली बहना योजना बीजेपी के लिए साल 2023 के विधानसभा चुनाव में गेम चेंजर साबित हुई है। इसी योजना ने बीजेपी को जीत का सेहरा पहनने में मदद की है। 2023 का विधानसभा चुनाव हो या फिर 2024 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के लिए लाड़ली योजना मास्टर स्ट्रोक साबित हुई है। इस योजना की शुरूआत एमपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी। योजना के अंतर्गत सबसे पहले बहनों को 1 हजार रूपये दिए जाते थे। इसके बाद योजना की राशि को 1250 रूपये कर दी गई। शिवराज सिंह ने विधानसभा चुनाव से पहले बहनों से वादा किया था की वे योजना की राशि को 3 हजार रूपये महीने तक करेंगे।