Investor Connect Meet: टेक कंपनियों को भाया छत्तीसगढ़, 3700 करोड़ से अधिक के हुए करार

Investor Connect Meet: टेक कंपनियों को भाया छत्तीसगढ़, 3700 करोड़ से अधिक के हुए करार

बेंगलुरू। बेंगलुरु, जो देश की सिलिकॉन वैली के नाम से जाना जाता है, की कई बड़ी टेक कंपनियों ने छत्तीसगढ़ में निवेश करने की इच्छा जताई है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बेंगलुरु में हुए इन्वेस्टर कनेक्ट मीट में देश के प्रमुख उद्योगपतियों और बिजनेस लीडर्स से बातचीत की और राज्य में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। इस मीटिंग के दौरान इंजीनियरिंग, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी/आईटीईएस, खाद्य प्रसंस्करण और ग्रीन फ्यूल जैसे क्षेत्रों की बड़ी कंपनियों ने 3700 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव दिए हैं।

छत्तीसगढ़ सरकार ने आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में निवेश बढ़ाने के लिए नैसकॉम, इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (IESA) और द इंडस एंटरप्रेन्योर्स (TiE) बैंगलोर के साथ अहम समझौतों (एमओयू) पर साइन किए हैं।

सम्मेलन में मुख्यमंत्री साय ने राज्य में निवेश के लिए कंपनियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ अब निवेश और उद्योगों के लिए सबसे उभरते हुए राज्यों में से एक बन चुका है। राज्य में समृद्ध खनिज संसाधन, शानदार लोकेशन और कनेक्टिविटी के अलावा भरपूर बिजली, पानी और मानव संसाधन जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल टेक्नोलॉजी की मदद से छत्तीसगढ़ अब सुशासन का मॉडल बन रहा है। राज्य सरकार ने निवेश के लिए कागजी कामकाज को खत्म कर दिया है, और अब सिर्फ एक क्लिक से एनओसी मिल जाएगी और सभी फैसले डिजिटल तरीके से होंगे। नई औद्योगिक नीति के तहत निवेश प्रक्रिया को और सरल और पारदर्शी बनाया गया है।

उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की नई उद्योग नीति में निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए 1,000 करोड़ रुपए या 1,000 लोगों को रोजगार देने वाले उद्योगों को बी-स्पोक नीति का लाभ मिलेगा। इस नीति में 30 से 50 प्रतिशत तक और 200 से 450 करोड़ रुपए तक के स्थायी पूंजी निवेश पर मदद दी जाएगी। इसके अलावा, 5 से 12 साल तक नेट एसजीएसटी की प्रतिपूर्ति, रोजगार, ईपीएफ की मदद और प्रशिक्षण खर्च की प्रतिपूर्ति के लिए आकर्षक सुविधाएं दी गई हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि नई औद्योगिक नीति में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, कंप्यूटिंग, ग्रीन हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए विशेष सुविधाएं दी गई हैं। साथ ही, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मा, टैक्सटाइल, और फूड एवं एग्रो प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों में भी खास रियायतें दी गई हैं। नवा रायपुर में एक बड़ा फार्मास्यूटिकल पार्क भी बन रहा है, जो सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा फार्मास्यूटिकल पार्क होगा।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि रायपुर को हम मध्य भारत का सबसे बड़ा आईटी हब बनाने जा रहे हैं। यहां 1.6 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया है, जिससे यहां की सुविधाएं देश के सबसे अच्छे शहरों जैसी होंगी। नवा रायपुर, जो एक ग्रीनफील्ड शहर है, आईटी इंडस्ट्री के लिए बेहतरीन संभावनाएं रखता है।

इस मीटिंग में उद्योग विभाग के मंत्री लखन लाल देवांगन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, सचिव राहुल भगत, उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार, नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ की इन्वेस्टमेंट कमिश्नर ऋतु सैन, सचिव एस भारतीदासन, उद्योग और वाणिज्य विभाग के सचिव सौरभ कुमार, संचालक प्रभात मलिक और सीएसआईडीसी के प्रबंध संचालक विश्वेश कुमार समेत कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

बस्तर में निवेशकों के लिए अपार संभावनाएं

मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर और सरगुजा को हमने सर्वाधिक औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन क्षेत्र के रूप में रखा है। यहां कोर सेक्टर प्रोत्साहन, आयरन और कोल रायल्टी में 50 से 100 प्रतिशत तक छूट है। सेस की प्रतिपूर्ति 150 प्रतिशत तक किये जाने का प्रावधान है। बस्तर में नगरनार स्टील प्लांट के पास ग्राम नियानार में हम 118 एकड़ में नये औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना करने जा रहे हैं इससे यहां बड़े पैमाने पर लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यमों को स्थापना के अवसर मिलेंगे।

देश की अग्रणी कंपनियां करेंगी छत्तीसगढ़ में निवेश

सम्मेलन में बीईएमएल, क्लेन पैक्स, कीन्स टेक्नोलॉजी, नैसकॉम, गोकुलदास एक्सपोर्ट्स, ब्रिटानिया, टाई बैंगलोर और कर्नाटक चैंबर ऑफ कॉमर्स जैसी प्रमुख कंपनियों व औद्योगिक समूहों ने भाग लिया। इन कंपनियों ने छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति, अनुकूल नीतिगत वातावरण और मजबूत आधारभूत ढांचे की सराहना की।

छत्तीसगढ़ को मिले निवेश प्रस्तावों की झलक

- GPSR आर्या प्राइवेट लिमिटेड (CBG ग्रीन फ्यूल सेक्टर) – ₹1350 करोड़ का निवेश कर यह कंपनी बायोगैस और हरित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देगी, जिससे राज्य में स्वच्छ ऊर्जा क्रांति आएगी।

- क्लेन पैक्स (टेक्सटाइल सेक्टर) – ₹500 करोड़ के निवेश से यह कंपनी कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देगी और स्थानीय युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर बढ़ाएगी।

- ब्रिटानिया (फूड प्रोसेसिंग सेक्टर) – ₹200 करोड़ का निवेश कर यह कंपनी खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को मजबूत करेगी, जिससे स्थानीय किसानों और छोटे उद्यमियों को लाभ होगा।

- कीन्स टेक्नोलॉजी (आईटी/आईटीईएस सेक्टर) – ₹1000 करोड़ के निवेश से छत्तीसगढ़ के आईटी सेक्टर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे युवाओं को बड़े पैमाने पर रोज़गार मिलेगा।

- गोकुलदास एक्सपोर्ट्स और SRV निट टेक प्राइवेट लिमिटेड – दोनों कंपनियां ₹200 करोड़ का निवेश कर टेक्सटाइल सेक्टर को मजबूती देंगी, जिससे राज्य के कपड़ा उद्योग को नई पहचान मिलेगी।

- BEML (भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड) ने छत्तीसगढ़ में 200 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। यह निवेश राज्य में इंजीनियरिंग और निर्माण क्षेत्र को मजबूती देगा, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

- पुनीत क्रिएशन, श्याम टेक्सटाइल एवं वूल रिसर्च एसोसिशन ने भी छत्तीसगढ़ में रूचि दिखाते हुए निवेश प्रस्ताव सौंपे हैं।


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