होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

MP Elephant Death :  अबतक 8 हाथियों की माैत, सरकार ने की जांच कमेटी गठित 

MP Elephant Death :  अबतक 8 हाथियों की माैत, सरकार ने की जांच कमेटी गठित 

MP Elephant Death : मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक दिन पहले दोपहर में टाइगर रिजर्व के खितौली और पतौर रेंज में 13 हाथियों के झुंड के जहरीला पदार्थ खाने से अब तक में 8 हार्थियों की माैत हो चुकी है। वन विभाग ने बताया कि कुछ हाथियों के अस्वस्थ होने की जानकारी मिली थी। कान्हा और पेंच टाइगर रिजर्व के वन्य-जीव स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से सभी हाथियों की जांच की गई। अस्वस्थ हाथियों का उपचार किया जा रहा है। राज्य शासन ने मामले की जांच के लिए एक राज्य स्तरीय जांच समिति का गठन कर दिया है। 

इलाके में छानबीन कर मामले की जांच

कृष्णमूर्ति ने बताया कि एसटीएसएफ प्रमुख और उनकी टीम डॉग स्क्वॉड के साथ घटनास्थल से 5 किमी के इलाके में छानबीन कर मामले की जांच कर रही है। अब तक क्षेत्र से धान, कोदो, पानी के नमूने लेकर जांच के लिए स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ (एसडब्ल्यूएफएच) जबलपुर भेजे गए हैं। एसटीएसएफ की टीम ने डॉग स्क्वायड की मदद से 7 खेतों और 7 घरों की तलाशी ली। घटना के संबंध में 5 लोगों से पूछताछ भी की गई। अब तक 6 हाथियों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है और एक हाथी का नमूना जांच के लिए एसडब्ल्यूएफएच भेजा गया है। 

मौत की वजह विषाक्तता की आशंका

वन विभाग के प्रारंभिक साक्ष्यों और पोस्टमॉर्टम के आधार पर पशु चिकित्सक की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, हाथियों की मौत का कारण कोदो की विषाक्तता प्रतीत होती है। इसकी तथ्यात्मक पुष्टि केवल फोरेंसिक लैब परीक्षण रिपोर्ट के बाद ही की जा सकेगी। एनटीसीए मध्य क्षेत्र के एआईजी नंदकिशोर काले भी मौके पर हैं। वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी) नई दिल्ली ने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है। राज्य शासन ने भी मामले की उचित जांच के लिए एक राज्य स्तरीय जांच समिति का गठन कर दिया है।
 
एक हाथी का उपचार जारी

अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव एल. कृष्णमूर्ति ने बताया कि 13 हाथियों के झुण्ड में से 2 हाथी पूर्णत: स्वस्थ पाए गए। 2 हाथी उपचार के सफल प्रयासों के बाद पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। एक हाथी का अभी भी उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि 8 हाथियों (एक नर और 7 मादा) की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने बताया कि वन्य-जीव पशु चिकित्सकों और एसडब्ल्यूएफएच जबलपुर की टीमों की ओर से पोस्टमार्टम किया जा रहा है। कुल 14 चिकित्सक पोस्टमार्टम और उपचार में शामिल हैं। प्रमुख मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव एवं मुख्य वन्य-जीव अभिरक्षक के निर्देशन एवं निगरानी में समस्त पोस्टमार्टम एवं जांच की जा रही है।


संबंधित समाचार