इंदौर। मकर संक्रांति के दिन द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में चाइनीज मांझे की चपेट में आने से 20 वर्षीय छात्र हिमांशु की मौत हो गई थी। इसके बाद पुलिस प्रशासन पर काफी सवाल उठाए जा रहे थे। जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले की जांच की जिसके बाद रकापुरी थाना प्रभारी आशीष सप्रे और उनके दो सहकर्मियों पर अर्थदंड लगाया गया है।
क्या था मामला ?
मकर संक्रांति के दिन हिमांशु अपने दोस्त के साथ गैस की टंकी लेने निकला था। रास्ते में चाइनीज मांझे ने उसका गला बुरी तरह से काट दिया, जिससे गंभीर चोटों के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतक के परिवार ने शव को द्वारकापुरी थाने के बाहर रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और क्षेत्रीय एसीपी शिवेंद्र जोशी पर भी सवाल उठाए गए।
जांच में क्या आया ?
घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू की। जांच में यह सामने आया कि द्वारकापुरी थाना प्रभारी और उनके स्टाफ ने लापरवाही बरती थी। मृतक के परिजनों को थाना क्षेत्र का हवाला देकर दूसरे थानों में भेजा गया था। हालांकि, जांच के दौरान एसीपी शिवेंद्र जोशी को निर्दोष पाया गया और उन्हें क्लीनचिट दे दी गई।