जीतू जाटव इस्तीफा : इंदौर में पार्षद पुत्र के साथ मारपीट का मामला दिल्ली दरबार तक जाने के बाद अब विवादास्पद पार्षद जीतू जाटव उर्फ़ यादव ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफ़ा दे दिया। जीतू यादव ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के पत्र के माध्यम से अपना इस्तीफा दिया है।
जीतू जाटव उर्फ़ यादव ने पत्र में लिखा है कि मैं भाजपा का समर्पित और अनुशासित सिपाही हूं। मेरा, मेरे परिवार और अनुसूचित जाति के मेरे जाटव समाज का पार्टी से अटूट रिश्ता है। कुछ दिनों पहले इंदौर में पार्टी के एक साथी पार्षद के परिजनों के साथ हुई दुखद घटना में मेरा नाम घसीटकर पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
जीतू ने आगे लिखा है कि मैने इस मामले में अपना पक्ष सभी तथ्यों के साथ माननीय शहर अध्यक्ष के समक्ष रखकर खुद आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की थी। मान्यवर मै ये नहीं चाहता कि मेरे कारण पार्टी को किसी असहज स्थिति का सामना करना पड़े अतः इस पूरे प्रकरण में निर्दोष साबित होने तक मै पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और MIC से त्याग पत्र देता हूं। मुझे विश्वास है पार्टी मेरे साथ अन्याय नहीं होने देगी।
आपको बता दें कि इंदौर में कई दिनों से भाजपा के दो पार्षदों के बीच चल रहे विवाद से पूरे शहर की राजनीति गर्माई हुई है। पार्षद कमलेश कालरा और जीतू यादव के विवाद का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था। ऑडियो को लेकर यादव का कहना था कि ऑडियो फर्जी है और उनका नाम लेकर बनवाया गया है। इसके बाद यादव समर्थकों ने अजाक थाने में आवेदन भी दिया था। ऑडियो में पार्षद कमलेश कालरा और जीतू यादव के बीच संवाद है और इसमें कथित रूप से यादव कह रहे हैं कि तेरी औकात है, जो मेरे बारे में ऐसी बातें करे। तुम हो कहां, तुम किस लैंग्वेज में मेरे बारे में बात कर रहे हो? सुबह मेरे आफिस आ जाना, यदि मैं वहां आ गया तो...। कालरा कह रहे हैं कि निगमकर्मी आपका नाम लेकर मुझे चमका रहा था, अपन एक ही संगठन के हैं, नाराज क्यों हो रहे हो यार...