रफीक खान//कोंटा : छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री और डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने सुकमा जिले के कोंटा विकासखंड के अतिसंवेदनशील क्षेत्र रायगुड़म का ऐतिहासिक दौरा किया। यह पहला अवसर था जब आज़ादी के बाद कोई मंत्री इस नक्सल प्रभावित इलाके में पहुंचा। विजय शर्मा ने न केवल जवानों से मुलाकात की, बल्कि अपनी बाइक पर सवार होकर ग्रामीणों से भी मुलाकात की और उनके साथ जमीन पर बैठकर उनकी समस्याएं सुनीं।
रायगुड़म में मंत्री का ऐतिहासिक दौरा
रायगुड़म, जो लंबे समय तक नक्सलियों के कब्जे में रहा, अब धीरे-धीरे सुरक्षा बलों के प्रयासों से शांति और विकास की दिशा में बढ़ रहा है। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने जवानों के साथ मिलकर इस क्षेत्र के विकास और सुरक्षा के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। यह दौरा विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार था, जब किसी मंत्री ने नक्सलियों के गढ़ में कदम रखा।
ग्रामीणों से मुलाकात और समस्याओं का समाधान
गृहमंत्री विजय शर्मा ने रायगुड़म में पहुंचकर न केवल जवानों से बातचीत की, बल्कि जमीन पर बैठकर ग्रामीणों से उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से यह भी पूछा कि कैसे उनकी जिंदगी में बदलाव लाया जा सकता है और सरकार उन्हें किस प्रकार की मदद कर सकती है। यह बैठक स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर थी, जहां उन्हें सीधे तौर पर अपनी समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाने का मौका मिला।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास की दिशा
रायगुड़म और आसपास के क्षेत्रों में अब सुरक्षा बलों की कड़ी मेहनत और जिला प्रशासन के प्रयासों से नक्सलवाद के प्रभाव को कम किया जा रहा है। इस इलाके में अब सुरक्षाबलों द्वारा स्थापित कैंपों के कारण अमन-चैन का माहौल बन रहा है। इसके साथ ही, नक्सलियों के 'कॉरिडोर' कहे जाने वाले इस इलाके में विकास कार्यों की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार, और शिक्षा के अवसरों का निर्माण किया जा रहा है।
अधिकारियों की टीम और भविष्य की योजना
इस मौके पर बस्तर आईजी पी. सुंदरराज, सीआरपीएफ के डीआईजी सुरजपाल वर्मा, कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव, एसपी किरण चव्हाण, ज़िला पंचायत सीईओ नम्रता जैन और सीआरपीएफ कमांडेंट नवीन भी उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने इस इलाके में चल रहे विकास कार्यों और सुरक्षा के प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि इस इलाके में आने वाले समय में और अधिक विकास कार्य किए जाएंगे और स्थानीय समुदाय की हर समस्या का समाधान किया जाएगा।
शर्तों के साथ बातचीत संभव नहीं:
गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा, "हमारे जवान बहादुरी से लड़ रहे हैं, और उनके संघर्ष से ही इस इलाके में शांति और विकास की शुरुआत हो रही है। अब यह इलाका न केवल सुरक्षा बलों के साथ, बल्कि सरकार के साथ भी मजबूत हो रहा है।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार नक्सलियों के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन शर्तों के साथ बातचीत संभव नहीं ।