भोपाल : मध्यप्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी नई संविदा नीति से खुश नहीं है। जिसके चलते प्रदेशभर के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जानें की चेतावनी दी है। दरअसल, सरकार द्वारा कर्मचारियों के सुविधाओं में कटौती की जा रही है। जिसके चलते कर्मचारी न खुश है। इसी के चलते प्रदेशभर के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है।
काली पट्टी बांधकर करेंगे कार्य
कर्मचारियों का कहना है कि नई संविदा नीति 2025 उनके हित में नहीं है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा 2023 में दी गई सुविधाएं बेहतर थीं। इसी के चलते 7 अप्रैल से 16 अप्रैल तक कार्यालय में समस्त संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। इसके बाद 16 अप्रैल को रैली निकालकर जिला स्तर पर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके बाद भी यदि मांगों को पूर्ण नहीं किया गया तो 22 अप्रैल से प्रदेश के समस्त 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन की रहेगी।
जानें नई नीति में क्या है समस्याएं
नई नीति में सेवानिवृत्ति की आयु 65 से घटाकर 62 वर्ष कर दी गई है। कर्मचारियों को एनपीएस, मेटर्निटी स्वास्थ्य बीमा और डीए की सुविधाओं से वंचित रखा गया है। इसके साथ ही कर्मचारियों ने रिक्त पदों पर नियमितीकरण, अनुबंध प्रथा की समाप्ति और अप्रेजल व्यवस्था में सुधार जैसी मांगे शामिल हैं।