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अब महाराज के ग्वालियर एयरपोर्ट की खुली पोल, बजी खतरे की घंटी!

अब महाराज के ग्वालियर एयरपोर्ट की खुली पोल, बजी खतरे की घंटी!

ग्वालियर एयरपोर्ट : देश की राजधानी दिल्ली और मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर का एयरपोर्ट पहली बारिश नहीं झेल पाया। दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 की छत गिर जाने से एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि 6 लोग घायल हो गए थे। इस हादसे में कई वाहन भी चपेट में आ गए थे। इसके बाद अब 499 करोड़ की लागत से बना ग्वालियर का राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट पहली बरसात नहीं झेल पाया। एयरपोर्ट के मुख्य द्वार पर लगे सनलाइट डोम से बारिश का पानी गिरते नजर आया। जिसके बाद एयरपोर्ट प्रशासन में हड़कंप मच गया। हालांकि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ, लेनिक करोड़ो की लागत से किए गए निर्माण पर सवालियर निशान खड़े होने लगे। 

पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन 

ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट का निर्माण कार्य केंन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रयासों से कराया गया था। इसके निर्माण में सरकार ने 499 करोड़ रूपये खर्च किए थे। जिसका वर्चुअली उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च को लोकसभा चुनावों से पहले किया था। उद्घाटन के बाद से एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ, लेकिन करोड़ों की लागत से बने इस एयरपोर्ट की पोल खुल गई। 

एयरपोर्ट में भरा पानी

खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि ग्वालियर में अचानक तेज ​बारिश शुरू होने के चलते एयरपोर्ट पर लगे सनलाइट डोम से पानी का रिसाव शुरू होने लगा। पानी की बहाव इतना तेज हो गया था कि जब तक एयरपोर्ट प्रशासन कुछ समझ पाता तब तक एयरपोर्ट के पूरे पोर्च में पानी भर गया। हालांकि गनीमत यह रही की तेज बारिश से डोम टूटा नहीं, अगर डोम टूटकर गिरता तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने इसे मामूली लीकेज बताया है। 

लीकेज होते ही मचा हड़कंप

बताया जा रहा है कि तेज बारिश होते ही एयरपोर्ट के डोम से तेज पानी की धार बहने लगी थी। लीकेज की घटना की जानकारी लगते ही एयरपोर्ट प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में इंजीनियरों को मौके पर बुलाया गया और लीकेज को दुरुस्त कराया गया। इतना ही नही इंजीनियरो ने पूरे एयरपोर्ट की बिल्डिंग को चैक किया। लेकिन तब तक एयरपोर्ट के घटिया निर्माण कार्य की पोल खुल चुकी थी। 


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