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प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य शुभारंभ : NSG कमांडो सुरक्षा में तैनात, संगम तट पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी 

प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य शुभारंभ : NSG कमांडो सुरक्षा में तैनात, संगम तट पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी 

Prayagraj Maha Kumbh : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आज यानि 13 जनवरी से भव्य शुभारंभ हो  गया है। जिसकी सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं। बता दें कि ये महाकुंभ प्रयागराज में 26 फरवरी तक लगेगा। इस बार कहाकुंभ में लगभग 45 करोड़ से भी अधिक के लोग श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है। कुंभ में आज पहले स्नान के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रयागराज में जुट रही है। 

NSG कमांडो सुरक्षा में तैनात :

त्रिवेणी संगम में हजारों श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा रहे हैं। ये पवित्र संगम यमुना, गंगा और 'रहस्यमय' सरस्वती नदियों का है। इस संगम तट पर अभी तक 60 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा ली है। माहा कुंभ की कड़ी सुरक्षा के लिए NSG कमांडो तैनात यहां पर तैनात रहेंगे। साथ ही अंडर वाटर ड्रोन और AI कैमरे लैस की भी व्यवस्था की गई है। जानकारी के मुताबिक युगों पहले समुद्र मंथन के दौरान निकले कलश से छलकीं अमृत की चंद बूंदों से इस माहा कुंभ की शुरु हुई है। हालांकि इस संबंध में कोई लिखित प्रमाण नहीं है कि महाकुंभ कब से शुरू हुआ है, लेकिन इसके मेले का बौद्ध तीर्थयात्री ह्वेनसांग के लेख में पहला लिखित प्रमाण मिलता है। 

 कुंभ मेले का वर्णन :

महाकुंभ कब से शुरू हुआ है, इस संबंध में कुछ भी लिखित प्रमाण तो नहीं है। हालांकि, इस मेले का सबसे पहला लिखित प्रमाण बौद्ध तीर्थयात्री ह्वेनसांग के लेख में मिलता है। छठवीं शताब्दी में उन्होंने सम्राट हर्षवर्धन के शासनकाल में हुए कुंभ मेले का लिखित वर्णन किया है। इसके अलावा सम्राट चंद्रगुप्त के दरबार में 400 वर्ष ईसा पूर्व में आए एक यूनानी दूत ने भी अपने लेख में ऐसे ही मेले का जिक्र किया है।

मेहमानों के स्वागत की भव्य तैयारियां :

कुंभ में आज पहले स्नान का आगाज हुआ है। महाकुंभ में इस बार कुल 183 देशों के लोगों के आने की संभावनाएं जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि, योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से आतिथ्य और इन विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए भव्य तैयारियां की गई हैं। बता दें कि कुंभ का दुर्लभ संयोग 144 साल बाद बना है, जो संगम पर रविवार की आधी रात को प्रथम डुबकी पौष पूर्णिम के साथ महाकुंभ का शुभारंभ हुआ है।

इतने श्रद्धालु पहुंचे प्रयागराज :

विपरीत विचारों, मतों, संस्कृतियों, परंपराओं स्वरूपों का गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट पर महामिलन 45 दिन तक चलेगा। इस अमृतमयी महाकुंभ में देश-दुनिया से 45 करोड़ श्रद्धालुओं, संतों-भक्तों, कल्पवासियों और अतिथियों के डुबकी लगाने का अनुमान है।विपरीत विचारों, संस्कृतियों, मतों, परंपराओं स्वरूपों का गंगा, अदृश्य सरस्वती और यमुना की त्रिवेणी के संगम पर लगभग 45 दिन तक इसा इसका आयोजन किया गया है। देश-दुनिया से 45 करोड़ श्रद्धालु इस अमृतमयी महाकुंभ में कल्पवासियों, संतों-भक्तों और अतिथियों के साथ डुबकी लगाने का अनुमान लगाया है।

 


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