MP BJP Jila Adhyaksh Final List: मध्यप्रदेश बीजेपी जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान अबतक नहीं कर पाई है। रोजाना हर सुबह एक ही खबरे सामने आती रही की आज जारी होगी जिलाध्यक्षों की सूची, लेकिन देर शाम और देर रात इंतजार होते होते अगले दिन फिर यही खबर आ जाती है, लेकिन सूची नहीं आती है। प्रदेश बीजेपी 60 जिलों के मुखियाओं की कमान तय नहीं कर पा रही है, जबकि कई बैठके हो चुकी है। मामला अब दिल्ली दरबार तक पहुंच गया है।
संघ ने बढ़ाई खिंचतान!
बीजेपी सूत्रों का कहना है कि भोपाल, इंदौर, सागर, जबलपुर और ग्वालियर जैसे कई बड़े शहरों में पेंच फंसा हुआ है। सूत्रों की माने तो कई जिलों के बड़े नेता अपने अपने चेलों को अध्यक्ष की कुर्सी दिलाने पर अड़े हुए है, जिसके चलते कई नामों को होल्ड पर डाल दिया गया है। वही दिल्ली में बड़े नेताओं के अलाव कई जिलाध्यक्ष की लाइन में लगे नेताओं ने डेरा डाल लिया है। सूत्रों का तो यह भी कहना है कि अब संघ की ओर से भी कई नाम आगे बढ़ाए है, जिसके बाद से खींचतान और बढ़ गई है।
गोपाल ने बताया कब आएगी सूची!
बीजेपी जिलाध्यक्षों की सूची कब आएगी इसको लेकर भाजपा विधायक और प्रदेश महामंत्री भगवान दास सबनानी ने कहा है कि जिलाध्यक्षों की चयन प्रक्रिय चल रही है, पार्टी गाइडलाइन के तहत ही चयन किया जाएगा, सूची जल्द आएगी। तो वही प्रदेश भाजपा विधायकों में से सबसे कद्दावर विधायक गोपाल भार्गव ने फर्जी सूचियां और वायरल हो रहे होर्डिंग को लेकर नेताओं को इंतजार करने की सलाह दी है। गोपाल भार्गव ने कहा है कि एक दो दिनों में सब साफ हो जाएगा, इंतजार तो इंतजार होता है, लेकिन सब्र का फल मीठा होता है।
इन जिलों में खींचतान
ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। दोनों अपने-अपने समर्थकों के लिए अड़े हुए हैं। इसी प्रकार सागर में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह तथा विधायक शैलेंद्र जैन अपने-अपने समर्थकों के लिए अड़े हैं। इंदौर में हमेशा की तरह मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के बीच सहमति नहीं बन सकी है। इसके अलावा धार, रीवा, निवाड़ी, सिंगरौली सहित लगभग डेढ़ दर्जन जिलों में भी स्थानीय नेताओं के बीच जिलाध्यक्षों को लेकर खींचतान है।
दिल्ली में जमे वीडी-हितानंद
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश महामंत्री हितानंद की मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ बैठक हो चुकी है फिर भी नतीजा नहीं निकल सका। लिहाजा, वीडी और हितानंद मंगलवार को दिल्ली रवाना हो गए। वहां केंद्रीय टीम के नेताओं प्रदेश संगठन चुनाव की पर्यवेक्षक सरोज पांडेय, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश के साथ मंथन होगा। इसके बाद 8-9 जनवरी को जिलाध्यक्षों की सूची जारी हो सकती है। सूची में और विलंब इसलिए नहीं होगा, क्योंकि इसके तत्काल बाद प्रदेशाध्यक्ष की निर्वाचन प्रक्रिया प्रारंभ होना है।