जबलपुर : मध्य प्रदेश के जबलपुर में जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक और कर्मचारियों ने आज अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। बताया जा रहा है कि कर्मचारी पिछले 2 साल से अपनी माँगों को लेकर संघर्ष कर रहे। बावजूद इसके अभी तक सरकार की तरफ से कोई भी कार्रवाई की गई। जिससे आक्रोशित कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
मांगों को पूरा करने दिया 15 दिन का समय
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक और कर्मचारी अटारी आईसीएआर केंद्र और वीसी ऑफिस के सामने सामूहिक धरना प्रदर्शन कर रहे है। कर्मचारियों का कहना है कि वेतन भत्ते में कटौती बंद किये जाने सहित अन्य मांगों को अगर जल्द पूरा नहीं किया गया, तो आगामी दिनों में उग्र प्रदर्शन कर काम बंद हड़ताल में जाने की चेतवानी दी। वैज्ञानिक और कर्मचारियों ने मांगों को पूरा करने के लिए 15 दिन का समय दिया है।
22 जिलों के वैज्ञानिक और कर्मचारी ने दिया धरना
बता दें कि इस सामूहिक धरना प्रदर्शन में मध्य प्रदेश के 22 जिलों के कृषि विज्ञान केंद्र के सभी वैज्ञानिक और कर्मचारी शामिल है। जो लगातार अपनी मांगों को लेकर के खिलाफ आवाज उठा रहे है।
यह है 15 सूत्री मांगे
1. अतार्किक, अवैध और अप्रासंगिक आदेश जारी करना बंद किया जाए।
2. वेतन भतों में दो वर्षों से की जा रही कटौती बंद की जाए एवं लंबित राशि अविलंब निर्गत की जाए।
3. मान्य भते (चिकित्सा, अवकाश नकदीकरण, ग्रेजुएटी), पदोन्नति और पेंशन (एनपीएस/ओपीएस) केव्हीके कार्मिकों का अधिकार है. इसे निगलने का प्रयास न किया जाए।
4. माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर के निर्देशों का क्रियान्वयन किया जाए।
5. मेजबान संगठन (जे.एन. के.व्ही. व्ही) के सेवा मानदंडों में अतिक्रमण रोका जाए।
6. सुनीता शर्मा का दिनांक 20.08.2024 को जारी पत्र वापस लिया जाए।
7. हिटलरशाही बंद की जाए, तुगलकी फरमान न जारी किये जाएं।
8. परौंदा उच्च समिति की सिफारिशें लागू कर एकरुपता लाई जाए।
9. केव्हीके के 50 सालः केवीके को गैर-योजना में लाया जाए।
10. केव्हीके को बांटना और भेदभाव करना बंद किया जाए।
11. जेएनकेव्हीव्ही द्वारा प्रतिमाह ससमय वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
12. वरिष्ठता के आधार पर केव्हीके कर्मिकों को शिक्षण/शोध संकाय में स्थानांतरित किया जाए।
13. समस्याओं के मौखिक निराकरण, आश्वासन के बजाए उन्हें धरातल पर मूर्तरुप दिया जाए।
14. हम केव्हीके कार्मिकों के लिए न्याय व सम्मान की मांग करते हैं, जिसके वे हकदार हैं।
15. मेजबान संगठन (जेएनकेव्हीव्ही) और आईसीएआर के समन्वय द्वारा 15 दिवस में समस्त मुद्दों को सुलझाया जाए।