भोपाल : मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 70 हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली है। जिनकी नियुक्ति नवंबर माह से शुरू होनी है। ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग ने अतिथि शिक्षक की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव करते हुए ऑफलाइन की जगह ऑनलाइन कर दी है। जिसको लेकर डीपीआई आयुक्त शिल्पा गुप्ता ने आदेश भी जारी कर दिया है।
स्कूलों प्राचार्य पर अपने लोगों को नियुक्त करने के आरोप
दरअसल, अभी तक शिक्षकों की भर्ती ऑफलाइन मोड में की जाती थी। जिसकी वजह से शिक्षा विभाग और स्कूलों के प्राचार्य पर अपने लोगों को नियुक्त करने के आरोप लगाते थे। आरोपों से बचने के लिए लोक शिक्षण संचालनालय ने यह फैसला लिया है। इस फैसले से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि यह सुनिश्चित भी होगा कि योग्य उम्मीदवारों को नियुक्ति मिले। इससे पहले की भर्ती प्रक्रिया में कई आरोप लगाए जाते थे, जिनसे अब बचा जा सकेगा।
अतिथि शिक्षकों के लिए नई शर्तें तय
इसके साथ ही अतिथि शिक्षकों (Guest Teacher Vacancy) के लिए नई शर्तें लागू की जाएंगी। नवंबर में अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। फरवरी-मार्च में परीक्षाएं होंगी, और अतिथि शिक्षकों का मूल्यांकन होगा। अगर किसी विषय का परिणाम 30% से कम होता है, तो अतिथि शिक्षक को अगले सत्र में नहीं रखा जाएगा। पिछले सत्र में 5,000 अतिथि शिक्षकों को खराब प्रदर्शन के कारण हटा दिया गया था। लेकिन, देर से भर्ती होने के कारण अतिथि शिक्षकों को पर्याप्त समय नहीं मिलता, जिससे उनका प्रदर्शन खराब होता है।