Somvati Amavasya 2024: आज साल का आखिरी सोमवती अमावस्या है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की आराधना की जाती है. साल में जो अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है, उसे सोमवती अमावस्या या सोमवारी अमावस्या कहा जाता है. सोमवती अमावस्या स्नान और दान के साथ साथ पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म के लिए श्रेष्ठ कही जाती है।
मान्यता है कि इस दिन जो जातक अपने पितरों के लिए तर्पण, श्राद्ध कर्म या पिंडदान करता है, उसके पितरों को शांति के साथ साथ मुक्ति भी प्राप्त हो जाती है। साथ ही, यह दिन नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर घर में सुख-समृद्धि लाने के लिए आदर्श माना गया है।इस दिन स्नान दान से पितर प्रसन्न हो जाते हैं और घर परिवार को सुख और खुशहाली का आशीर्वाद देते हैं। हालांकि इस दिन कुछ कामों को करने से बचना चाहिए नहीं तो आपके जीवन में परेशानियों की बाढ़ आ जाएगी। तो चलिए जानते है कौन सी है वो चीजें ...
सोमवती अमावस्या के दिन क्या-क्या नहीं करना चाहिए
- अमावस्या के दिन साफ और सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। प्याज लहसुन से बने तामसिक भोजन से दूर रहना चाहिए, क्योंकि यह पवित्रता और आध्यात्मिकता ऊर्जा को कम कर देता है।
- अमावस्या के दिन मन को शांत रखना चाहिए, किसी भी प्रकार के लड़ाई झगड़े या वाद विवाद में नहीं पड़ना चाहिए। मन में किसी भी प्रकार की नकारात्मकता नहीं लानी चाहिए।
- अमावस्या के दिन बाल धोना भी वर्जित माना गया है, इसे पितरों के लिए अपमानजनक समझा जाता है, इसलिए या तो अमावस्या के एक दिन पहले बाल धोना चाहिए या फिर एक दिन बाद।
- अमावस्या के दिन कौवा, गाय और कुत्ता का विशेष दिन होता है। इन्हें कष्ट पहुंचाने से पितरों की नाराजगी हो सकती है, इनके प्रति दया और सम्मान का भाव रखना चाहिए।
- घर में साफ-सफाई बनाकर रखना चाहिए। अगर घर साफ-सुथरा रहता है तो ऐसे में पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है, इससे सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।