MP BJP Jila Adhyaksh : मध्यप्रदेश में भाजपा जिलाध्यक्षों को लेकर दो दिन चलने वाली कवायद पार्टी ने गुरुवार को देर रात तक बैठक कर एक दिन में ही पूरी कर ली है। पार्टी की केंद्रीय पर्यवेक्षक सरोज पांडेय, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद और प्रदेश निर्वाचन अधिकारी विवेक नारायण शेजवलकर ने जिला निर्वाचन अधिकारियों और जिला पर्यवेक्षकों के साथ वन टू वन चर्चा कर तीन नामों के पैनल तैयार किए।
सूत्रों के अनुसार, ये नेता प्रदेश स्तर पर पैनल में शामिल नामों की स्क्रूटनी कर एक-एक नाम पर सहमति बनाएंगे। इसके बाद नाम आज-कल में केंद्रीय नेतृत्व के पास भेजे जाएंगे। वहां से अनुमाेदन के बाद 4 जनवरी की रात या 5 जनवरी को जिलाध्यक्षों के नामों को ऐलान कर दिया जाएगा। इसी बीच अंदरखाने से खबर है कि बीजेपी जिलाध्यक्षों की चयन प्रक्रिया में नया फॉमूर्ला लगाने की तैयारी में है।
भाजपा का फॉमूर्ला!
सूत्रों की माने तो बीजेपी इस बार प्रदेश के करीब 10 जिलों में पार्टी की कमान महिलाओं के सौंप सकती है। संगठन के हिसाब से प्रदेश में 60 जिले है। वर्तमान में पांढुर्णा एक मात्र ऐसा जिला है जहां महिला जिलाध्यक्ष है। यहां वैशाली महाले भाजपा जिलाध्यक्ष है। बीजेपी पार्टी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रदेश के कई बड़े शहरों में महिलाओं को अध्यक्ष बना सकती है। सूत्रों की माने तो बीजेपी इंदौर और भोपाल की कमान महिलाओं को देने पर विचार कर रही है।
महिलाओं को प्राथमिकता, आरक्षण नहीं
भाजपा सूत्रों का कहना है कि जिलाध्यक्षों के निर्वाचन में महिला दावेदारों को प्राथमिकता देने की बात जरूर कही गई है, लेकिन उन्हें 33 फीसदी आरक्षण देने की कोई योजना नहीं है। प्रदेश और जिला कार्यकारिणी में पार्टी महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देती है, लेकिन जिलाध्यक्षों के चुनाव में यह संभव नहीं। इससे साफ है कि कुछ महिलाएं जिलाध्यक्ष बन सकती हैं, लेकिन इनकी संख्या बहुत ज्यादा नहीं होगी। लगभग एक दर्जन उन जिलाध्यक्षों को फिर मौका मिल सकता है, जिनका पहला कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है और जिनके खिलाफ गंभीर शिकायतें नहीं हैं।