
भोपाल : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते है। हाल ही में दिग्विजय सिंह ने वक्फ बिल पर अपनी प्रतिक्रिया दी। जिसके बाद से मध्य प्रदेश की राजनीती में हलचल तेज हो गई। तो वही दिग्विजय सिंह के बयानों से नाराज भाजयुमो ने शहर भर में दिग्विजय के गद्दार वाले पोस्टर लगा दिए। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गद्दारों कौन है उन्हें पहचानों।
वास्तव में गद्दार कौन है
गद्दार वाले पोस्टर पर जब मीडिया कर्मियों ने दिग्विजय से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि जब प्रथम स्वतंत्रता संग्राम लड़ा गया तो उस समय गद्दारी किसने की? तो ...गद्दार कौन हुआ? कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने राज्य के विभिन्न जिलों में उन्हें गद्दार बताने वाले पोस्टरों पर कहा, मैं आपसे पूछता हूं कि जब 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम लड़ा गया तो उस समय गद्दारी किसने की? मैं नाम नहीं लूंगा। 1857 से 1947 तक किसने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और किसने अंग्रेजों का साथ दिया? यह भी जगजाहिर है। तो वास्तव में गद्दार कौन हुआ?
वक्फ बिल पर दिग्विजय सिंह ने ये कहा था
बता दें कि ‘वक्फ बिल संशोधन’ को लेकर भोपाल समेत कई शहरों में विरोध हो रहा है। दिग्विजय सिंह ने वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध जताते हुए कहा था कि अल्पसंख्यकों को संविधान में मिले अधिकार को छीनने का कुटिल प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने मौजूदा केंद्र सरकार पर हिंदू और मुसलमान करने के अलावा कोई काम नहीं करने के आरोप लगाए थे।
दिग्विजय सिंह ने ग्वालियर में कहा था, “वक्फ संशोधन बिल जो लाया जा रहा है हम उसके खिलाफ है क्योंकि भारतीय संविधान का बुनियादी प्रावधान है जिसमें अल्पसंख्यकों को संरक्षण का अधिकार दिया गया है। उनके अधिकारों को छीनने का कुटिल प्रयास हो रहा है। यह सरकार पिछले 11 साल से केवल हिंदू और मुसलमान कर रही है।”