रायपुर। देश के गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं जहां पर उन्होंने पूर्व आयोजित कार्यक्रमों के अनुसार बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचे और जगदलपुर में बस्तर ओलम्पिक कार्यक्रम के समापन कार्यक्रम में शामिल होने के बाद अब शासन की पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा में जुड़े पूर्व माओवादी और लोन वरातू जैसे योजनाओं से प्रभावित होकर हथियार डालने वाले बस्तर के पूर्व नक्सलियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम बस्तर को एक नई दिशा देना चाहते हैं जिसमें यहाँ रहने वाले आदिवासियों को समय पर मुफ्त इलाज मिले। अस्पताल के साथ साथ आजीविका के अवसर मिले।
15 हजार आवास निर्माण का किया जिक्र
गृहमंत्री शाह ने छत्तीसगढ़ की पुनर्वास निति को सबसे शानदार बताते हुए कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से पुनर्वास निति के तहत 15 हजार आवास निर्माण कि जैसे ही बात कही उन्होंने तत्काल इसकी स्वीकृति दे दी। प्रदेश की साय सरकार ने भी इस पर तत्काल भूमि आबंटन के साथ साथ जमीन मुहैया कराया जहां पर अब बस्तर के आदिवासी जो बन्दुक का रास्ता छोड़कर सुकून का जीवन बिताना चाहते हैं उन्हें आबंटित भी किया जायेगा।
हथियार छोड़कर शासन की योजनाओं से जुड़ने की अपील
जिनके हाथ में हथियार है वो भी हमारे हैं कभी आप भी हथियार पकड़ते थे लेकिन अब आप हथियार छोड़ चुके हैं। ऐसे ही अपने साथियों को हथियार छोड़ने के लिए प्रेरित करने की बात कही। स्कूल , दवाखाना , चाहते हैं जिसकी जिम्मेदारी छग सरकार की है। हथियार छोड़कर माओवादियों को ख़ुशी से जीवन निर्वाह करने की बात कही और साथ ही इस आयोजन के लिए प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा का भी धन्यवाद किया।
मोदी जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के कारण हिंसा छोड़ मुख्यधारा में शामिल हुए लोग प्रदेश के विकास में योगदान दे रहे हैं। जगदलपुर (छत्तीसगढ़) में हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए लोगों से संवाद कर रहा हूँ। https://t.co/r7X1wKdmuh
— Amit Shah (@AmitShah) December 15, 2024