
रायपुर : नगर निगम की लापरवाही की वजह से दो अलग-अलग घटनाओं में तीन बच्चे सिवरेज टैंक में गिर गए। इनमें से एक बच्चे की डूबने से मौत हो गई। घटना शनिवार तथा रविवार की है। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने नारेबाजी करने के साथ जमकर प्रदर्शन किया। गड्डा खोदकर छोड़ने वाले जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए स्थानीय रहवासियों ने मुआवजा देने की मांग की जिसके बाद दिव्यांश कुमार तांडी के परिजनों को चार लाख मुआवजा देने की घोषणा मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने की है।।
ये है पूरा मामला
प्रत्यक्षदर्शी तुलसी राम साहू ने बताया कि, वह रविवार की शाम 5 बजे घर के बाहर बैठे थे। तभी कुछ लोगों ने कहा कि, गड्ढे में एक बच्चा गिर गया है। तब गड्ढे के पास वह और कॉलोनी के बाकी लोग पहुंचे। उन्होंने देखा कि, एक बच्चा अंश सेन (5 साल) गड्ढे पर खड़ा होकर रो रहा था। जबकि एक बच्चा प्रियांश सेन (6 साल) पानी में छटपटा रहा था। एक बच्चे का कपड़ा भी बाहर रखा था। सभी को शक हुआ कि, एक और बच्चा अंदर डूबा हुआ होगा।
7 साल के दिव्यांश की हुई मौत :
तभी कॉलोनी के ही एक लड़के ने सीवरेज गड्ढे में कूदकर दिव्यांश को निकाला। लोगों ने बताया कि, बच्चे के शरीर में कोई हलचल नहीं थी और मुंह से झाग निकल रहा था। वहां मौजूद लोग तुरंत बच्चों को अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर ने दिव्यांश को मृत घोषित कर दिया।
इकलौते बेटे की मौत से सदमे में परिवार :
दिव्यांश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। घटना के बाद से परिजन शोक में डूब गए हैं। बच्चे के पिता का कहना है कि, तीन साल बाद मन्नत और पूजा-पाठ से दिव्यांश पैदा हुआ था। मुझे नहीं पता था मेरा बेटा निगम की लापरवाही की भेंट चढ़ जाएगा। वहीं बच्चे की मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई- डिप्टी सीएम साव :
इस मामले में डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि, यह घटना दुर्भाग्यजनक है। गड्ढे में तीन बच्चों का गिरना और एक मासूम की मौत बेहद दुखद है। इसकी जांच होगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटनाएं दोबारा न हों इसके लिए जरूरी निर्देश भी दिए जाएंगे।