भोपाल : मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल इन दिनों अपने भिखारी वाले बयान को लेकर सुर्खियों में बने हुए है। जिसको लेकर प्रदेश में जहां सियासत तेज हो गई है। तो वही दूसरी तरफ कांग्रेस ने मंत्री प्रहलाद पटेल के बयान के विरोध में पुतला दहन किया। इसके साथ ही मंत्री जी से उनके बयान को लेकर माफी मांगने की भी मांग की।
सीएम को प्रहलाद पटेल का इस्तीफा लेना चाहिए
मंत्री प्रहलाद पटेल के भिखारी वाले बयान को लेकर आज कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और मंत्री प्रहलाद पटेल का पुतला जलाया। प्रहलाद पटेल के बयान का विरोध करते हुए कांग्रेस एससी विभाग के अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने कहा कि जिस जनता के वोट से जीत के आए उसे भिखारी बता रहे हैं प्रहलाद पटेल। अपने बयान को लेकर प्रहलाद पटेल को माफी मांगनी चाहिए साथ ही सीएम मोहन यादव को प्रहलाद पटेल का इस्तीफा लेना चाहिए।
मंत्री प्रहलाद पटेल ने क्या कहा था
दरअसल, मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल रविवार को राजगढ़ जिले के सुठालिया में वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था, "अब तो लोगों की सरकार से भीख मांगने की आदत पड़ गई है. नेता आते हैं तो एक टोकरी तो उनको कागज मिलते हैं. मंच पर माला पहनाएं और एक कागज पकड़ा देंगे यह अच्छी आदत नहीं है.लेने की बजाए देने का मानस बनाएं.
मुफ्त की चीजों के प्रति जितना आकर्षण रखते हैं
मैं दावे से कहता हूं कि आप सुखी होंगे और एक संस्कारवार समाज को खड़ा करेंगे. यह भिखारी की फौज इकट्ठा करना यह समाज को मजबूत करना नहीं है. समाज को कमजोर करना है. मुफ्त की चीजों के प्रति जितना आकर्षण रखते हैं यह वीरांगनाओं का सम्मान नहीं है."