रायपुर : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने नगरीय निकाय चुनाव के बाद बड़ी संख्या में निष्कासित किए गए नेताओं घर वापसी की है। जिसके तहत 18 नेताओं का निष्कासन रद्द करते हुए कांग्रेस ने वापस उन्हें पार्टी में शामिल किया है। इस लिस्ट में अजीत कुकरेजा का नाम भी सामने आया है। कुकरेजा की पार्टी में वापसी के बाद बवाल मचा गया है।दरअसल पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने अ जीत कुकरेजा वापसी पर नाराजगी जताई है।
कुलदीप जुनेजा का बयान :
इस सन्दर्भ में उनका बयान सामने आया है। जिसमें जुनेजा ने कहा कि, पैसा खुदा तो नहीं खुदा की कसम खुदा से कम भी नहीं। उन्होंने कहा कि, जो पैसे लेकर टिकट और पार्टी में आने की बात कहते थे वे वापस कैसे आ गए। मैंने कहा था जो लोग पैसे लेकर टिकट देते हैं उसकी जांच हो। इसके आगे जुनेजा ने कहा, मैं सिर्फ यही कह सकता हूं कि पैसा खुदा से कम नहीं छानबीन समिति की बैठक भी नहीं हुई है।
वरिष्ठ नेता तय करेंगे मेरी भूमिका : अजीत कुकरेजा
वहीं कांग्रेस में वापसी के बाद अजीत कुकरेजा ने कहा कि, हम लगातार टिकट मांग रहे थे नहीं मिली तो चुनाव लड़ना पड़ा। मैं हमेशा विचारधारा से बंधा रहा हूं, फिर कांग्रेस में वापसी हुई है। मेरी पार्टी में क्या भूमिका होगी यह वरिष्ठ नेता तय करेंगे। मैंने लोकसभा, निकाय चुनाव में भी पार्टी के पक्ष में काम किया है। इसके आगे कुलदीप जुनेजा के आरोपों पर अजीत कुकरेजा ने कहा कि, मेरे खिलाफ उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है। इसलिए बार बार वे पैसे लेकर टिकट खरीदने की बात कहते हैं। जबकि चार बार स्वयं वे चुनाव लड़ चुके हैं। मैं सभी नेताओं से मिलूंगा, जुनेजा जी वरिष्ठ हैं उनसे भी मिलूंगा। हम लगातार टिकट मांग रहे थे नहीं मिली तो चुनाव लड़ना पड़ा है।