होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
अध्यात्म
मनोरंजन
सेहत
जॉब अलर्ट
जरा हटके
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

MP NEWS : सौरभ शर्मा की जमानत पर सियासत तेज, कांग्रेस ने BJP पर साधा निशना, लोकायुक्त भंग करने की मांग

MP NEWS : सौरभ शर्मा की जमानत पर सियासत तेज, कांग्रेस ने BJP पर साधा निशना, लोकायुक्त भंग करने की मांग

Saurabh Sharma Gets Bail: भोपाल : धनकुबेर सौरभ शर्मा और उनके साथियों को आखिरकार कोर्ट से बेल मिल गई है। लोकायुक्त द्वारा 60 दिनों में चालान पेश नहीं करने के चलते कोर्ट ने सभी को जमानत दे दी है। जिसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर तंज कस्ते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में ऐसी सरकार चल रही है जो खुलेआम भ्रष्टाचार कर रही है। इधर, बीजेपी ने कांग्रेस के बयान पर पलटवार करते हुए कि कोर्ट के फैसले पर उंगली उठाना गलत है।  कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।

मध्य प्रदेश की सरकार खुलेआम भ्रष्टाचार कर रही

मध्यप्रदेश में ऐसी सरकार चल रही है जो खुलेआम भ्रष्टाचार कर रही है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री को 6 महीने जमानत नहीं मिलती। लेकिन एक पूर्व कांस्टेबल जो भ्रष्टाचार में रंगे हाथों पकड़ा गया उसे जमानत मिल गई। बीजेपी जनता की आंखों में धूल झोंकने में लगी हुई है। हम सरकार से पूछना चाहते हैं कि 60 दिन में चालान पेश क्यों नहीं किया। 

हाइकोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए जांच 

मुकेश नायक ने आगे कहा कि जांच के बीच में लोकायुक्त डीजी जयदीप प्रसाद को क्यों हटाया गया। भ्रष्टाचार के मामले में 576 मामलों में अभियोजन की स्वीकृति क्यों नहीं दे रही। लोकायुक्त पहरेदार होने की बजाय हिस्सेदार हो गई है। ऐसी संस्था को भंग कर देना चाहिए, जो भ्रष्टाचार में शामिल हो गई है। सौरभ शर्मा मामले की जांच हाइकोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए। जयदीप प्रसाद के स्थानांतरण में कौन कौन शामिल है उनका नाम सामने आना चाहिए। लोकायुक्त संस्था को तत्काल भंग कर देना चाहिए, उसकी जगह दूसरी संस्था बनाई जानी चाहिए। 

कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही 

इधर, मामले में बयान देते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शिवम् शुक्ला ने कहा कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार के मामले में सख्त है और यही वजह है कि सौरव शर्मा और उसके साथियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है क्योंकि मामला संगीन है। इसलिए चालान पेश करने में टाइम लगा है। जहां तक जमानत मिलने का सवाल है तो जमानत कोर्ट ने दी है। कोर्ट के फैसले पर उंगली उठाना गलत है। इस मामले में कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।

 


संबंधित समाचार