खैरागढ़। जिला कांग्रेस अध्यक्ष गजेंद्र ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने प्रदेश इंका अध्यक्ष दीपक बैज को लिखे पत्र में त्यागपत्र देने का कारण व्यक्तिगत एवं पारिवारिक बताया है। उन्होंने कहा है कि वह समर्पित कार्यकर्ता के रूप में संगठन के लिए कार्य करते रहेंगे।
इस्तीफे से वनांचल में नाराजगी:
ठाकरे के इस्तीफा देने से वनांचल में नाराजगी देखी जा रही है। ज्ञात हो कि यह पहला मौका था जब वनांचल के नेता को कांग्रेस में बड़ा पद मिला था।ठाकरे के कार्यकाल में यशोदा वर्मा दूसरी बार विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब हुई थी। संभाग में केवल खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले की दोनों नगर पंचायत छुईखदान एवं गंडई में कांग्रेस ने सफलता हासिल किया था।
कांग्रेस की सफलता में ठाकरे का बड़ा हाथ:
कांग्रेस की सफलता में ठाकरे का बड़ा हाथ रहा, जिसे लेकर पूरे प्रदेश में उन्हे शाबाशी मिली थी। पिछले कुछ महीनों से जिले में समानांतर कांग्रेस का संचालन की खबर आ रही थी जिसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी।
पिछले दिनों खैरागढ़ के एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने वरिष्ठ कांग्रेसी के यहां विवाह समारोह में ठाकरे के साथ धक्का मुक्की किया था। यहां विधायक और जिले के कांग्रेस नेता उपस्थित थे। इस घटना के बाद से ठाकरे नाराज चल रहे थे।