रिपोर्टर - रविकांत सिंह राजपूत
कोरिया। कोरिया जिले से ताल्लुक रखने वाले इस गायक ने संगीत की दुनिया में कदम तब रखा जब वह केवल 6 साल के थे। अपने हुनर और संगीत के प्रति जुनून के चलते इन्होंने राज्य उत्सव में पहली बार अपनी प्रस्तुति दी और इसके बाद एक के बाद एक कई स्थानीय शो किए। समय के साथ इनका संगीत का सफर और भी शानदार होता गया।
कुछ साल पहले इस गायक ने "राज्य महोत्सव" जैसे बड़े इवेंट में भी अपनी आवाज का जादू बिखेरा और धीरे-धीरे छत्तीसगढ़ी संगीत की दुनिया में अपनी पहचान बनाई। छत्तीसगढ़ी गीतों को लोकप्रिय बनाने में उनका योगदान भी रहा। इसी सफर के दौरान उन्हें सुंदरानी के चैनल पर छत्तीसगढ़ी गीत गाने का मौका मिला, जिससे उनकी आवाज और भी अधिक लोगों तक पहुंची।
अपनी मेहनत और लगन के चलते उन्होंने यूट्यूब पर खुद का चैनल शुरू किया, जहां उन्होंने अपने कई गीत अपलोड किए। यूट्यूब चैनल की बढ़ती लोकप्रियता के चलते उन्हें कोलकाता और झारखंड जैसे शहरों में भी शो करने का अवसर मिला। इसके अलावा, उड़ीसा में भी उन्होंने अपनी आवाज का जादू बिखेरा।
हाल ही में, इस कलाकार ने अपनी कला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रस्तुत किया। अक्टूबर महीने में दिवाली सेलिब्रेशन के मौके पर उन्हें मॉरीशस में शो करने का अवसर मिला, जहां पर उन्होंने हिंदू समुदाय के साथ अपनी प्रस्तुति दी और सभी का दिल जीत लिया। इस प्रकार, यह गायक न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि भारत से बाहर भी अपनी पहचान बना रहे हैं। उनकी इस यात्रा ने साबित किया है कि लगन और मेहनत से बड़े से बड़ा सपना भी सच हो सकता है।
ओम अग्रहरि, गायक