होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
अध्यात्म
मनोरंजन
सेहत
जॉब अलर्ट
जरा हटके
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

चारधाम यात्रा: आज खुलेंगे गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट,  22 लाख श्रद्धालुओं ने कराया पंजीयन... 

चारधाम यात्रा: आज खुलेंगे गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट,  22 लाख श्रद्धालुओं ने कराया पंजीयन... 

देहरादून: आज अक्षय तृतीया के पर्व पर बुधवार को उत्तराखंड में स्थित यमुनोत्री और गंगोत्री मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे। ये मंदिर उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित है जो बर्फ बारी के चलते  माह तक बंद रहता है। अधिकारियों ने बताया कि गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी। हालांकि केदारनाथ और बदरीनाथ के कपाट क्रमशः दो मई और चार मई को खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था से लेकर अन्य सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में अपार उत्साह नजर आ रहा है और अब तक देश-विदेश के 22 लाख से अधिक श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। 

गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई डोली :

देवी गंगा की मूर्ति को उत्तरकाशी जिले में उनके शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा गांव से गंगोत्री धाम के लिए  मंगलवार दोपहर 12 बजे डोली में रवाना किया गया है। मां गंगा के जयकारा लगते हुए स्थानीय ग्रामीणों ने सेना के बैंड की भक्तिमय और  पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढोल दमाउ धुनों के बीच नम आंखों के साथ देवी की मूर्ति को बेटी की तरह गंगोत्री के लिएडोली में विदा किया है। तीर्थ पुरोहित राजेश सेमवाल ने बताया कि भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम करने के बाद बुधवार  सुबह डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी। इसके आगे उन्होंने कहा कि मंदिर के कपाट पूर्वह्वा साढ़े 10 बजे खोले जाएंगे, जहां पर श्रद्धालु देवी गंगा के अगले छह माह तक  दर्शन कर सकेंगे।
 
इतने बजे खुलेगा मंदिर का कपाट :

सोमवाल ने बताया कि देवी गंगा की डोली कुल 25 किलोमीटर पैदल यात्रा कर धाम पहुंचती है। यमुनोत्री मंदिर समिति के प्रवक्ता पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि बुधवार सुबह अपने शीतकालीन प्रवास स्थल खुशीमठ से  देवी यमुना की डोली यमुनोत्री धाम के लिए रवाना होगी। जिसके बाद उनकी पूजा अर्चना की जाएगी। फिर मंदिर के कपाट 11 बजकर 55 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इस बीच, उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने ऋषिकेश पहुंचकर चारधाम यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सेठ ने ऋषिकेश में मीडिया से बातचीत में बताया कि कश्मीर के पहलगाम की आतंकी घटना के मद्देनजर चारधाम यात्रा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने बताया, हम यात्रियों को सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे।

6000 पुलिसकर्मी 17 पीएसी कंपनी:
 
वहीं केंद्र की तरफ से तीर्थया त्रियों की सुरक्षा के लिए 17 पीएसी कंपनी और 6000 पुलिसकर्मी भेजी गई 10 कंपनी सुरक्षा बलों को चारधाम और यात्रा मार्गो पर तैनात करने की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं से बिना किसी चिंता के तीर्थयात्रा करने को कहा। पूरे यात्रा क्षेत्र को इस बार 15 'सुपर जोन में बांटा गया है, जिसमें करीब 2000 से अधिक 'क्लोज सर्किट कैमरे लगाए गए हैं। 

ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के 20 काउंटर:   

इस यात्रा के लिए ऋषिकुल मैदान में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दी गई है। इस सन्दर्भ में जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि जर्मन हैंगर में हमारे द्वारा यह सुविधा प्रदान की गई है। हमने 20 काउंटर लगाए हैं। इन सभी 20 काउंटर के अंतर्गत विकलांगों, विदेशी नागरिकों, दिव्यांग के लिए अलग से काउंटर बनाए हैं। कैपेसिटी हमने करीब 1200 से 1300 आदमियों का डिसाइड की है।


संबंधित समाचार