MP Bjp Politics : मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी में मंडल अध्यक्ष का पद पाने को लेकर फर्जीवाड़े की खबरे सामने आई है। ऐसे मंडल अध्यक्ष जिनकी नियुक्ति हाल ही में हुई है, अब उनकी खुशी पर ग्रहण लग सकता है। ऐसा इसलिए कि आपराधिक रिकॉर्ड, 45 साल से अधिक उम्र और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल भाजपा मंडल अध्यक्षों की नियुक्तियां रद्द करने की तैयारी है। पार्टी आलाकमान से मिले निर्देश के बाद अब कई मंडल अध्यक्षों को बदला जा सकता है।
पार्टी सूत्रों और एक स्थानीय अखबरा की रिपोर्ट के अनुसार कई नेता अपनी उम्र छुपाकर मंडल अध्यक्ष बन गए है। तो कई नेताओं ने अपना आपराधिक रिकॉर्ड छुपाकर मंडल अध्यक्ष की कुर्सी हथिया ली। तो वही पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे नेताओं की शिकायतें पार्टी कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय और राज्य नेतृत्व से की हैं। जिसके बाद से अब छंटनी शुरू हो गई है।
अपील समिति पेश करेगी रिपोर्ट
भाजपा संगठन पर्व की अपील समिति की दो दिन पहले प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठक हुई थी। इस बैठक में अपील समिति के संयोजक जगदीश अग्रवाल, वेद प्रकाश शर्मा और पूर्व मंत्री ढाल सिंह बिसेन प्रदेशभर से संगठन चुनाव को लेकर मिली शिकायतों की सुनवाई की। अपील समिति में 45 वर्ष से अधिक उम्र के कार्यकर्ताओं की मंडल अध्यक्षों के पदों पर नियुक्तियां, क्रिमिनल रिकॉर्ड या पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त कार्यकर्ताओं को मंडल अध्यक्ष बनाए जाने संबंधी गंभीर शिकायतों पर निर्णय किया है। समिति ने शिकायतकर्ताओं और जिस मंडल अध्यक्ष से संबंधित शिकायतें आई थीं, उन दोनों का पक्ष भी सुना। समिति अब अपनी रिपोर्ट प्रदेश चुनाव अधिकारी विवेक नारायण शेजवलकर को सौंपेगी।
खुली फर्जीवाड़े की पोल!
बताया जा रहा है कि एक मंडल में तीन से पांच भाजपा नेता मंडल अध्यक्ष के लिए दावेदार थे। ऐसे में दावेदारों ने एक-दूसरे की कुंडली निकालकर पहले से रख ली थी। इतना ही नहीं कुछ नेताओं ने तो सारी हदे पार करते हुए पद के लालच में फर्जी आधार कार्ड तक बना लिए और अपनी गलत जन्मतिथि दर्ज करा ली। और उसी आधार पर वे मंडल अध्यक्ष बन गए। जो अन्य दावेदार थे, उन्होंने असली आधार कार्ड के साथ पार्टी नेतृत्व से शिकायतें कर दीं। कुछ इस तरह से हुए फर्जीवाड़े की पोल खुलकर सामने आई।
निष्कासित नेता बना मंडल अध्यक्ष
भाजपा ने महेंद्र अहिरवार को नौगांव मंडल ग्रामीण का अध्यक्ष नियुक्त किया है। भाजपा के तत्कालीन जिला अध्यक्ष मलखान सिंह ने 25 जुलाई 2023 को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पांच नेताओं का पार्टी से निष्कासन किया था। इसमें महेंद्र अहिरवार का भी नाम शामिल था। वही बड़ा मलहरा ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष रवि राजा को पार्टी कार्यकर्ताओं ने आपराधिक छवि का बताया है। उनका कहना है कि उनके घर से उनके भाई के पास से शराब जब्त की गई थी। यह पार्टी की छवि के लिए अच्छा नहीं है।
कुछ ऐसे बन गए मंडल अध्यक्ष
पार्टी सूत्रों की माने तो कुछ जिलों में दस्तावेजों को छुपाकर या उम्र संबंधी फर्जी दस्तावेज से 45 वर्ष से अधिक के लोग मंडल अध्यक्ष बन गए हैं। पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए काम नहीं करने वाले, भितरघात करने वाले और पार्टी विरोधी गतिविधियों में रहने वाले कुछ नेताओं को भी मंडल अध्यक्ष बना दिया गया है। इस तरह की शिकायतें भी संबंधित क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं ने की हैं। तो कुछ स्थानों पर जातिगत और क्षेत्रीय राजनीतिक संतुलन को दरकिनार कर भी मंडल अध्यक्ष बनाए जाने की शिकायतें आई हैं। सूत्रों की मानें तो 45 वर्ष से अधिक उम्र, पार्टी विरोधी गतिविधियों और आपराधिक प्रकरण वाले मंडल अध्यक्षों की नियुक्तियों को निरस्त करने का हुक्म ऊपर से मिला है। ऐसे में उनकी नियुक्तियां रद्द होना तय है।