भाजपा संगठन चुनाव: प्रदेश भाजपा में संगठन चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, जो मंगलवार से मंडल अध्यक्षों के चुनाव के साथ शुरू हुई है। इसके साथ ही करीब 25 हजार बूथों पर बूथ कमेटियां बनाने का कार्य भी जारी है। अब तक 20,200 बूथों पर कमेटियां बन चुकी हैं। इस दौरान कोई भी ऐसा बूथ सामने नहीं आया है, जहां 50 से कम सदस्य होने के कारण एडहॉक कमेटी बनाने की आवश्यकता पड़ी हो। जिन बूथों में 50 से कम सदस्य होंगे, वहां पर एडहॉक कमेटियां बनाई जाएंगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जनवरी में:
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव अगले साल जनवरी में होना है, इसके पहले देशभर में भाजपा के संगठन चुनाव हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी 20 नवंबर से बूथ कमेटियों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह चुनाव 30 नवंबर तक पूरा होना था, लेकिन निर्धारित समय सीमा तक केवल 15 हजार बूथों में ही चुनाव संपन्न हो पाए। इस कारण प्रदेश संगठन ने समय सीमा को बढ़ाकर 5 दिसंबर कर दिया है। दो दिनों में यह समय सीमा समाप्त हो जाएगी। प्रदेश के चुनाव प्रभारी, खूबचंद पारख के अनुसार, 3 दिसंबर तक 20,200 बूथों पर बूथ कमेटियों का गठन हो चुका है, जबकि छह जिलों से रिपोर्ट आना बाकी है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि 5 दिसंबर तक सभी बूथों पर कमेटियां बन जाएंगी।
15 दिसंबर तक किया जाना है बीजेपी मंडलों के चुनाव:
भाजपा के 405 मंडलों के चुनाव के लिए 1 से 15 दिसंबर तक का समय निर्धारित किया गया है। हालांकि, 1 दिसंबर को प्रदेश संगठन की बैठक के कारण मंडलों में चुनाव की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पहले सभी जिलों में 2 दिसंबर को कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इसके बाद, 2 दिसंबर को कार्यशालाओं के संपन्न होने के बाद 3 दिसंबर से मंडलों में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 15 दिसंबर तक सभी मंडलों में अध्यक्ष का चुनाव पूरा हो जाएगा। जो भी दावेदार सामने आएंगे, उन्हें पर्यवेक्षक और जिलों के पदाधिकारी मिलकर सर्वसम्मति से मंडल अध्यक्ष चुनेंगे। यदि सर्वसम्मति नहीं बन पाई, तो मतदान के माध्यम से चुनाव होगा।