
Uma Bharti : मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदू फायरब्रांड नेता उमा भारती से मिलने एक भाजपा विधायक नंगे पैर भोपाल पहुंचा। यह भाजपा विधायक एमपी से नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश की लोनी विधानसभा से आया था। लोनी विधानसभा से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने भोपाल पहुंचकर उमा भारती से मुलाकात की। विधायक गुर्जर दिल्ली कूच करने से पहले उमा भारती से मिले, जिसको लेकर कई तरह की चर्चा होने लगी है।
नंगे पैर पहुंच विधायक
भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर बीते दिनों ने अपनी ही सरकार पर हमलावार है। वे दिल्ली कूच करने का भी ऐलान कर चुके है, लेकिन उन्होंने दिल्ली जाने से पहले नंगे पैर भोपाल मेंं उमा भारती से मुलाकात की है। विधायक गुर्जर रामचरित मानस कथा से पहले निकली कलश यात्रा के विवाद को लेकर अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे है।
कलश यात्रा को लेकर विवाद
दरअसल, बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने लोनी में 20 मार्च को रामकथा की कलश यात्रा निकालने के लिए पुलिस प्रशासन से इजाजत मांगी थी, लेकिन उन्हें परमिशन नहीं मिली। इसी बात को लेकर विवाद हो गया था। मामले को लेकर विधायक गुर्जर ने पुलिस पर महिलाओं के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं विधायक के फटे कुर्ते की कुछ तस्वीरे सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई थी। जिसके चलते वे अपनी ही सरकार के खिलाफ खड़े हो गए और गुर्जर महापंचायत ने दिल्ली कूच करने का ऐलान कर दिया था। जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया।
उमा भारती ने गुर्जर को बताया भाई
भोपाल में विधायक गुर्जर और उमा भारती की मुलाकात को लेकर उमा भारती ने एक्स पर लिखा है कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के लोनी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर को मैंने अपने पास बातचीत के लिए बुलवाया एवं 20 मार्च को लोनी में हुए घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली है। लोनी में जो घटा है वह मुझे दुःखद लगा मुझे नंदकिशोर जी गुर्जर (नंदू) से जानकारी हुई है कि गुर्जर समाज के लोग इस पूरे घटनाक्रम से आहत हैं और उनका दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। महान सम्राट राजा मिहिर भोज के वंशज स्वाभिमानी, राष्ट्रभक्त, पराक्रमी गुर्जर समाज के सभी भाई बंधु मोदी जी के साथ खड़े हों एवं राष्ट्रीय विकास में योगदान दें। पराक्रमी गुर्जर समाज को सम्राट राजा मिहिर भोज के वंशज होने के नाते उनकी महान परंपरा को कायम रखना है लेकिन अभी तो नंदकिशोर(नंदू) को मेरी बात माननी पड़ेगी क्योंकि मैं उसकी बड़ी दीदी हूं मैंने उनको कहा है कि पहले शांति कायम कराएं। तथा पुनः मेरे पास भोपाल आएं तब हम इन विषयों पर आगे बात करेंगे। इसीलिए मैंने मेरे छोटे भाई नंदकिशोर जी को आज्ञा दी है कि वह स्वयं जाकर इस दिल्ली जाने के कार्यक्रम को स्थगित करवाएं।