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बिलासपुर बना प्रापर्टी खरीदने वालों की पसंद: इस साल बढ़ा टारगेट, 41 हजार संपत्तियों की हुई रजिस्ट्री... 

बिलासपुर बना प्रापर्टी खरीदने वालों की पसंद: इस साल बढ़ा टारगेट, 41 हजार संपत्तियों की हुई रजिस्ट्री... 

रायपुर: छत्तीसगढ़ में सर्वर की समस्या ने वित्तीय वर्ष के अंतिम सप्ताह में सबसे अधिक परेशान किया है। दरअसल इसका सीधा असर करीब 50 करोड़ के पंजीयन पर पड़ा है। इस वजह से पिछले कई दिनों से तो इक्का-दुक्का रजिस्ट्री ही हो सकी है।  और लोगों को स्लाट कैंसिल कराते हुए लौटना पड़ा। सूत्रों के मुताबिक बिलासपुर के 41 हजार रजिस्ट्री संपत्तियों को खरीदने वालों में से 10 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो प्रदेश के बाहर के हैं। इससे साफ है कि बिलासपुर में हो रहे विकास का असर लोगों को दिखने लगा है। बिलासपुर के पंजीयन विभाग को इस साल लक्ष्य के विरुद्ध हालांकि कम आय प्राप्त हुई है। ज्ञात हो कि प्रदेश भर से ज्यादा रजिस्ट्री हुई है, लेकिन बीते साल से आंकड़ा काफी कम है। पिछले साल बिलासपुर में 350 करोड़ का कारोबार हुआ था। इस साल लेकिन 320 करोड़ के करीब ही खरीदी बिक्री हो सकी। इस साल रजिस्ट्री कम हुई हैं। इसके पीछे अवैध प्लाटिंग और सुगम एप में हुई सख्ती के कारण आंकड़े गिरना बताया जा रहा है। 

रजिस्ट्री का बढ़ा टारगेट : 

राज्य सरकार लगातार पांच साल से रजिस्ट्री का टारगेट बढ़ाती रही है क्योंकि हर साल रिकार्ड रजिस्ट्री से राजस्व मिलता रहा। पिछले साल भी 2023-24 में 350 करोड़ से ज्यादा का लक्ष्य जिले को दिया ठाया था. जिसे बिलासपुर पंजीयन विभाग में पार कर दिया था। इस साल इस टारगेट को और बढ़ा दिया गया और इसे 470 करोड़ रुपए कर दिया गया था। हालांकि 320 करोड़ तक ही जिला पहुंच सका था। आवासीय प्लाटों की ज्यादा हुई बिक्री अहम बात यह है कि अन्य प्रदेश के लोग भी बिलासपुर में अपना आशियाना बनाना चाहते हैं। चीते एक साल में सबसे ज्यादा बिकी आवासीय प्लाटों की हुई है। इसके अलावा सरकारी एजेंसियों को रिआयती फ्लेट जी बिके हैं। 

बिलासपुर में हुई इतने की रजिस्ट्री :

बिलासपुर के बढ़ रहे कयरे और सुविधाओं के कारण लोग अपने लिए आशियाना यहां बनाला चाह रहे है। वर्ष 2024-25 में प्रदेश अर में संपतियों की खरीदी-बिक्री में रायपुर जहां सबसे आगे रहा तो बिलासपुर दूसरे नंबर पर रहा है। बिलासपुर में कुल 41 हजार 986 रजिस्ट्री हुई। 

सर्वर ने किया लोगों को परेशान : 

खरीदी बिक्री मार्च के अंतिम सप्ताह में रजिस्ट्री का सर्वर जाम रहा। दर असल सालकर में सबसे ज्यादा मार्च में ही लोग रजिस्ट्री करते हैं लेकिन बार-बार सर्वर खराब होने से लोगों को रजिस्ट्री के चिना ही कई लोगों को लौटना पड़झा आमदिनों में रोज औसतन 150 से ज्यादा रजिस्ट्री होती है। मार्च में यह आंकड़ा बढ़ जाता है, लेकिन सर्वर इतना स्लो रहा कि बड़ी मुश्किल से 20 लोगों की ही रजिस्ट्री हो पाई। अंतिम तीन दिन तो और परेशनी रही। सर्वर इतना सलो रहा कि 200 से अधिक लोगों को सलाट दिया गया था लेकिन 60 से अधिक रजिस्ट्री नहीं हो सकी। एक-दो रजिस्ट्री के बद सर्वर फिर बंद हो जा रहा व। 31 मार्च को आखिरी दिन करीब डेढ़ सौ रजिस्ट्री जरूर हुई जिससे विभाग को लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का राजस्व मिला है।  


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