गणेश मिश्रा//बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में बड़ा खुलासा किया गया है, बता दें 1 जनवरी से गायब पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव बॉडी शुक्रवार (3 जनवरी) को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के घर स्थित सेफ्टिक टैंक में मिला। इस मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया था, गुरुवार को एसआईटी ने जांच रिपोर्ट पत्रकारों से साझा की जिसमें कुछ बड़े खुलासे किए गए हैं।
जांच रिपोर्ट में बड़े खुलासे:
एसआईटी ने बताया कि, आरोपी सुरेश ने हत्या से चार दिन पहले अकाउंट ट्रांजेक्शन के जरिए बड़ी रकम निकाली गई, पुलिस ने जांच में AI और osnit tool का उपयोग पहली बार किया। हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड व अन्य सामान भी बरामद कर लिए गए हैं।आरोपियों ने बीजापुर_गीदम नेशनल हाईवे पर तुमनार नदी के पास हथियार छिपाया था। लोकेशन भटकाने मुकेश का मोबाइल को तुमनार नदी के पास पुलिया में तोड़कर फेंका गया।मोबाइल की तलाश में पुलिस ने गोताखोरों की मदद ली, लेकिन मोबाइल नहीं मिल पाई।
आरोपियों ने हत्या की वजह सड़क की खबर को बताया:
सुरेश चंद्राकर ने भाइयों के साथ मिलकर हत्या से चार दिन पहले साजिश रची थी।गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, आरोपियों ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की वजह सड़क की खबर को बताया है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ना सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि महाराष्ट्र, तेलंगाना पुलिस को भी अभियान में शामिल किया गया था। हत्या के बाद प्रयुक्त सुरेश की चार गाड़ियां भी जप्त कर ली गई है।
क्या है मामला:
आपको बता दें बीजापुर पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी से लापता थे। उनके सभी मोबाइल नंबर बंद आ रहे थे। उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने 2 जनवरी को गुमशुदगी की रिपोर्ट बीजापुर थाने में दर्ज करवाई थी। जिसके बाद बीजापुर एसपी ने टीम गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जिसके बाद 3 जनवरी को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के घर स्थित सेफ्टिक टैंक में मुकेश चंद्राकर का शव मिला। पत्रकार की हत्या से प्रदेश के सभी पत्रकार आक्रोश में हैं और आरोपियों को फंसी की सजा की मांग कर रहे हैं ।
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