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Bhopal Rape Case : पत्नी की मौत के बाद आरोपी को लग गई थी पोर्न वीडियो की लत

Bhopal Rape Case : पत्नी की मौत के बाद आरोपी को लग गई थी पोर्न वीडियो की लत

भोपाल। तीन साल सात महीने की बच्ची से दुष्कर्म करने वाला कासिम रेहान की पत्नी की मौत हो चुकी है और वह पोर्न वीडियो देखने का शौकीन था। अनुमान है कि पोर्न वीडियो की लत के कारण ही उसके मन में यह विकार आए और उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस 15 दिन के अंदर कोर्ट में चालान पेश करने का पूरा प्रयास करेगी।

इसके लिए जांच में जुटी टीम सबूतों को इकट्ठा करने में जुटी हुई है। चालान में ऐसी कोई गलती नहीं हो जिससे कि आरोपी को फायदा मिले। हालांकि, बच्ची के बयान ही आरोपी को सजा दिलाने में काफी होंगे। इधर, गुरुवार को पीड़ित बच्ची की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने काउंसलिंग की है। बच्ची ने उसके साथ बैड टच करने वाले डैडी अंकल का नाम लिया। इस दौरान बच्ची के माता-पिता भी मौजूद रहे। टीम की रिपोर्ट पुलिस अपनी चालान डायरी में लगाएगी, जो अहम साक्ष्य बनेगा। 

पीड़िता व उसकी मां के 164 के बयान कोर्ट में होंगे

पुलिस ने स्कूल का सीसीटीवी फुटेज लिया है। इसमें आरोपी बच्ची के क्लास रूम में जाते हुए दिख रहा है। हालांकि, फुटेज की क्वालिटी सही नहीं है। पुलिस जल्द ही अब पीड़िता व उसकी मां के 164 के बयान कोर्ट में कराएगी। शुक्रवार को पुलिस बयान दर्ज कराने की 
कोशिश करेगी। 

रेप के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ था आरोपी

मार्च 2024 में झारखंड में महिला बाइकर से रेप की घटना के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। उन विरोध प्रदर्शन में आरोपी टीचर कासिम रेहान भी शामिल हुआ था। उसने एमपी नगर में बाइकर ग्रुप के साथ कैंडल मार्च निकाला था।

स्कूल में सुरक्षा के लिए मात्र साढ़े तीन फीट की दीवार, जाली का सहारा

स्कूल में सुरक्षा के लिहाज से कोई खास व्यवस्थाएं नहीं की गई हैं। यहां सिर्फ तीन फीट की बाउंड्रीवाॅल है, जिसे पार कर कोई भी आसानी से स्कूल परिसर में प्रवेश कर सकता है। यहां तक कि दूसरी तरफ एक सरकारी छात्रावास मौजूद है। इस ओर सिर्फ करीब ढाई फीट की जाली लगी हुई है, जो सुरक्षा के लिहाज से सही नही हैं। वहीं स्कूल के दाएं तरफ नाला है, जहां सुरक्षा के लिहाज से बेहतर उंचाई की दीवार नहीं है। हालांकि स्कूल में अंदर कैमरे लगाए गए हैं।

स्कूल में मनौवैज्ञानिक या काउंसलर नहीं

स्कूल में करीब 20 महिला शिक्षिकाएं हैं, लेकिन बच्चों की काउंसलिंग के लिए न तो कोई काउंसलर है और न ही किसी मनौवैज्ञानिक की नियुक्ति की गई है। ऐसे में बच्चियों से बात करने और उनकी समस्याओं को समझने के लिए शिक्षिकाओं की ही मदद ली जाती है। 

शिक्षकों को नहीं लगी भनक बच्ची ने भी नहीं बताया

स्कूल में आरोपी की गतिविधियों की मॉनीटरिंग नहीं की गई, लेकिन आरोपी शिक्षक मासूम के साथ इस तरह की हरकत करेगा, इसकी भनक तक नहीं लगी। बच्ची ने भी क्लास टीचर या अन्य किसी से इसके बारे में कुछ नहीं कहा। यह बात गुरुवार को स्कूल के आधा दर्जन शिक्षक और प्राचार्य ने एसडीएम अर्चना शर्मा की टीम को दिए बयान में कही। दोपहर दो बजे स्कूल सील करने के बाद शिक्षकों को कमला नेहरु स्कूल लेकर बयान दर्ज किए गए। शेष बचे शिक्षकों के बयान शुक्रवार को दर्ज किए जाएंगे। शिक्षकों से स्कूल में सुरक्षा, व्यवस्था, बच्चों की देखरेख के क्या इंतजाम थे।

इसकी जिम्मेदारी किन लोगों को सौंप रखी थी। ऐसे अन्य बिंदुओं पर समिति जांच कर रही है। शिक्षकों ने बयान में बताया कि क्लास रूम और गैलरी की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाती है। जिसकी सीडीआर पहले ही पुलिस ने जब्त कर ली है। समिति में टीटी नगर एसडीएम अर्चना शर्मा, महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुनील सोलंकी, डीपीसी ओपी शर्मा और जिला शिक्षा अधिकारी नरेंद्र अहिरवार शामिल हैं। समिति ने गुरुवार से जांच करते हुए शिक्षकों के बयान दर्ज किए हैं। अब समिति के पास दो दिन का समय बचा है। एसडीएम ने बताया कि स्कूल को सील कर दिया गया है। स्कूल के प्राचार्य, शिक्षकों के अन्य स्थान पर पूछताछ कर बयान दर्ज किए गए हैं। सुबह साढ़े दस बजे से शुरू हुई कार्रवाई शाम साढ़े छह बजे तक चलती रही। 

जांच रिपोर्ट मिलने के बाद लेंगे एक्शन

घटना बहुत गंभीर है, इसलिए समिति से प्रत्येक बिंदू पर जांच कर रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी, हालांकि बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा। 
कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर

बेटियां सुरक्षित नहीं

हम यहां स्कूल प्रबंधन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। आज बेटियां स्कूल में भी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे दंरिदे को फांसी होनी चाहिए। 


उमा क्षेत्रीय, अभिभावक

टीसी व फीस वापस

मेरी चार साल की बेटी इस स्कूल में पढ़ती है। इस घटना के बाद हम यहां अपनी बेटी को नहीं पढा़ सकते हैं। हमें टीसी और पूरी फीस वापस चाहिए। 


कोमेश छेकुर, अभिभावक

निष्पक्ष जांच होनी चाहिए

हम स्कूल की मान्यता निरस्त करनें और स्कूल को सील करने की मांग कर रहे हैं। मामले की पूरी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और आरोपी को सख्त सजा मिलनी चाहिए।

आयुष शर्मा, छात्र नेता


 


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